October 28, 2025

सासाराम में भीषण सड़क हादसा: दो ट्रकों की आमने-सामने टक्कर, एक चालक की मौत, दो घायल

सासाराम। बिहार के सासाराम जिले में शनिवार की सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। चौसा पथ स्थित अमवलिया चर्च के पास दो ट्रकों की आमने-सामने जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में झारखंड के एक ट्रक चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे ट्रक का चालक और खलासी गंभीर रूप से घायल हो गए। सुबह-सुबह हुई इस दुर्घटना ने स्थानीय लोगों को भी हिला दिया।
हादसे का भयावह मंजर
जानकारी के अनुसार, यह हादसा सुबह करीब साढ़े तीन बजे हुआ जब दोनों ट्रक तेज रफ्तार में एक-दूसरे की ओर बढ़ रहे थे। सासाराम की ओर जा रहा ट्रक और विपरीत दिशा से आ रहा लोडेड ट्राली ट्रक आपस में इतनी जोर से टकराए कि दोनों के केबिन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। झारखंड के ट्रक चालक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, दूसरे ट्रक का चालक और सहचालक किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन वे गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर इतनी भयानक थी कि दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए। सड़क किनारे स्थित सिंचाई फाल में एक ट्रक पलट गया, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के समय ऐसा लगा जैसे किसी विस्फोट की आवाज हुई हो।
स्थानीय लोगों ने बचाई जान
घटना के बाद सबसे पहले मौके पर पहुंचे लोग वही थे जो पास के सिंचाई फाल पर मछली मार रहे थे। उन्होंने पानी में पलटे ट्रक से घायल चालक और खलासी को निकालने के लिए काफी कोशिश की। ग्रामीणों ने बताया कि घायल चालक अर्जुन यादव और उसके साथी की हालत बेहद नाजुक थी। उन्होंने दोनों को बाहर निकालकर तुरंत पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है। अर्जुन यादव उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के जहानाकंद थाना क्षेत्र के रामपुर गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि वे गोरखपुर से प्लाईवुड लादकर सासाराम जा रहे थे। अमवलिया चर्च के पास अचानक सामने से आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे उनका ट्रक गहरे पानी में पलट गया।
मृत चालक की पहचान
पुलिस और स्थानीय प्रशासन के अनुसार, मृत चालक की पहचान झारखंड के लातेहार जिले के बालूमाथ निवासी टुनटुन उर्फ धनेश्वर कुमार के रूप में हुई है। बताया गया कि वह झारखंड के टाटा से अशोक कंपनी का सरिया लादकर बक्सर जा रहा था। पुलिस का अनुमान है कि झपकी लगने के कारण वह अपने ट्रक से नियंत्रण खो बैठा और सामने से आ रहे ट्रक से जा भिड़ा।
तीन घंटे की मशक्कत के बाद निकाला गया शव
हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। लेकिन टक्कर के बाद झारखंड ट्रक का केबिन इतना बुरी तरह दब गया था कि चालक का शव निकालना बेहद कठिन हो गया। पुलिस और स्थानीय लोगों ने लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद गैस कटर की मदद से केबिन काटकर शव को बाहर निकाला। शव को पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेज दिया गया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर दोनों ट्रकों को जब्त कर लिया है। साथ ही हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि ट्रक की तेज रफ्तार और चालक की झपकी इस हादसे का मुख्य कारण थी। वहीं, दुर्घटना के कारण चौसा पथ पर कुछ घंटों तक जाम की स्थिति बनी रही, जिसे पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद हटाया।
सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल
यह हादसा एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि लंबी दूरी के ट्रक चालक लगातार बिना विश्राम के यात्रा क्यों करते हैं। थकान और झपकी जैसे कारणों से ऐसे हादसे आम हो चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रक चालकों को यात्रा के बीच पर्याप्त आराम देना और वाहनों की नियमित जांच आवश्यक है ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। सासाराम का यह हादसा न केवल एक चालक की जान लेने वाला साबित हुआ, बल्कि सड़क सुरक्षा की लापरवाही का एक और उदाहरण बन गया। प्रशासन ने मृतक के परिजनों को सहायता देने की बात कही है। वहीं, स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि चौसा पथ पर यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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