स्कूलों में छुट्टी पर हिंदू-मुस्लिम सियासत, उपेंद्र कुशवाहा बोले- छुट्टी बढ़ाने से नहीं मिलेगा मुसलमानों का वोट

पटना। बिहार में शिक्षा विभाग द्वारा 2024 की छुट्टी कैलेंडर जारी करने के बाद से ही शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रही है। भाजपा के साथ-साथ अन्य पार्टियां भी इसका विरोध कर रही है। जिसमें कई तरह के बदलाव किये गये हैं। रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, महाशिवरात्री, तीज व जिउतिया की छुट्टी को खत्म कर दिया गया है। वहीं, गर्मी की छुट्टी 20 दिन से बढ़ाकर 30 दिन कर दी गयी है। शिक्षा विभाग ने तय किया है कि गर्मी की छुट्टी के दौरान शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी अन्य दिनों की तरह स्कूल आते रहेंगे। वही इसके साथ ही विभाग ने मुस्लिम पर्व की छुट्टी बढ़ा दी है। ईद व बकरीद की छूट्टी तीन-तीन दिन कर दी गयी है। वही मुहर्रम पर 2 दिन का अवकाश रखा गया है। इसे लेकर भाजपा सहित कई दलों के नेता नीतीश सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। वही इसे लेकर रालोजद के सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला है। कुशवाहा ने कहा कि छुट्टी बढ़ाने से मुसलमानों का वोट मिलने वाला नहीं है। नीतीश कुमार की मंशा ही नहीं है कि बिहार की शिक्षा-व्यवस्था सुधरे वो तो सिर्फ छुट्टी घटाने बढ़ाने में लगे हैं। उन्होंने आगे कहा की मुसलमानों को पहले से ही ठगते आ रहे हैं आगे भी ठगकर अल्पसंख्यकों का वोट लेना चाहते हैं। इससे कुछ होने जाने वाला नहीं है क्या छुट्टी बढ़ाने से मुसलमान उनकों वोट दे देंगे? दो दिन छुटी बढ़ाने से अल्पसंख्यक समाज खुश नहीं होने वाले हैं। ऐसा करने से महागठबंधन को वोट नहीं मिलने वाला है। मुसलमानों को छुट्टी नहीं बल्कि रोजी-रोजगार व शिक्षा चाहिए। बिहार सरकार ने बीते 15 वर्षों में इनके लिए कुछ नहीं किया है सिर्फ किसी तरह से वोट लेने में लगे रहते हैं। इनको लगता है कि छुट्टी घटाने बढ़ाने से वोट मिल जाएगा। लेकिन, इस तरह के भ्रम में नहीं रहना चाहिए। छुट्टी बढ़ाने से मुसलमान वोट नहीं देंगे उन्हें रोजगार और शिक्षा चाहिए छुट्टी नहीं।

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