बिहार में अगले 48 घंटे भारी वर्षा का अलर्ट, चक्रवात का प्रभाव, पटना में बदला मौसम
 
                पटना। बिहार में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का प्रभाव अब राज्य में स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले 48 घंटों के लिए भारी से अति भारी वर्षा और तेज हवाओं का रेड अलर्ट जारी किया है। बुधवार रात से ही राज्य के कई इलाकों में बादल घिरने लगे और गुरुवार सुबह होते-होते कई जिलों में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया। आईएमडी के मुताबिक, 28 अक्टूबर की सुबह ‘मोंथा’ एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया, जिसने अब उत्तर और पूर्वी बिहार के मौसम को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। इसका सबसे अधिक असर पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा और सुपौल जिलों में देखने को मिलेगा, जहां अति भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
तेज हवाएं और भारी वर्षा का दौर
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राज्य के कई हिस्सों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। इसके अलावा सारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, सहरसा, मधेपुरा, अरवल, जहानाबाद, बक्सर, कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद में भी भारी वर्षा और तेज हवाओं का असर रहेगा। 31 अक्टूबर (शुक्रवार) को यह चक्रवात और अधिक उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा, जिससे सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज में अति भारी बारिश का पूर्वानुमान है। वहीं पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण में भी जोरदार वर्षा की संभावना बनी हुई है।
पटना में मौसम में बदलाव
राजधानी पटना में भी गुरुवार सुबह से ही मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। घने बादलों ने सूरज को ढक लिया और तेज हवाओं के साथ रुक-रुककर बारिश होने लगी। शाम तक तापमान में गिरावट दर्ज की गई और लोगों को ठंड और ठिठुरन का एहसास होने लगा। मौसम विभाग का कहना है कि लगातार बारिश के चलते राज्य के अधिकांश हिस्सों में तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक ने बताया कि अगले दो दिनों तक राज्य में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद धीरे-धीरे मौसम में सुधार की संभावना है।
प्रशासन अलर्ट पर, जलभराव की आशंका
भारी वर्षा की चेतावनी को देखते हुए बिहार प्रशासन ने आपदा प्रबंधन विभाग, बिजली विभाग और नगर निगम को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। निचले इलाकों में जलभराव और बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका जताई गई है। पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर और गया जिलों में विशेष निगरानी टीमें तैनात की गई हैं। नगर निगम ने नालों की सफाई और जल निकासी की तैयारी शुरू कर दी है, जबकि बिजली विभाग ने मरम्मत दलों को चौबीसों घंटे तैनात रहने के निर्देश दिए हैं ताकि आपूर्ति में बाधा आने पर तुरंत सुधार किया जा सके।
आईएमडी की अपील, सावधानी बरतें
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि गुरुवार और शुक्रवार को बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें। खुले क्षेत्रों में जाने से बचें, खासकर पेड़ों, बिजली के खंभों या बिलबोर्ड्स के पास खड़े न हों। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपने खेतों में खड़ी फसलों की सुरक्षा के उपाय करें और पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखें।
परिवहन पर भी असर
भारी बारिश के कारण कई जिलों में सड़क परिवहन प्रभावित हो सकता है। रेलवे विभाग ने भी सतर्कता बरतते हुए पटरियों की निगरानी बढ़ा दी है। वहीं हवाई सेवाओं पर भी असर पड़ने की संभावना जताई गई है।
लोगों में चिंता, ठंड की दस्तक
लगातार बादलों और बारिश के चलते दिन के तापमान में गिरावट आई है। बुधवार तक जहां अधिकतम तापमान 31 डिग्री के आसपास था, वहीं गुरुवार को यह घटकर 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इससे लोगों ने ठंड की शुरुआती दस्तक महसूस की। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवात ‘मोंथा’ का असर 1 नवंबर तक रह सकता है, जिसके बाद धीरे-धीरे बारिश का असर कम होगा और आसमान साफ होने लगेगा।



 
                                             
                                             
                                             
                                        