बसंत के शुरुआत में ही गर्मी ने सात सालों का रिकॉर्ड तोड़ा, इस बार सूरज की तपिश से बढ़ेगा धूप का सितम

पटना। वसंत के मौसम में अचानक से मौसम ने करवट बदल ली है। लोगों को अभी से गर्मी का एहसास होने लगा है। प्रदेश में अब गर्मी की रफ्तार बढ़ेगी। अब ठंड की वापसी नहीं होगी। वही जलवायु परिवर्तन पर उच्च अध्ययन केंद्र डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के अनुसार उत्तर बिहार का अधिकतम तापमान 29.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। इसके साथ ही न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा। यह सामान्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। वही इसके साथ सापेक्ष आर्द्रता सुबह सात बजे 100 प्रतिशत, दोपहर दो बजे 54 प्रतिशत पर पहुंचा। 2.8 किलोमीटर की गति से पछिया हवा चली। मौसम विज्ञानी डा.ए सतार ने बताया कि गर्मी की रफ्तार अब तेज होगी। ठंड की वापसी नहीं होने वाली है। वही इसके साथ मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार यह बताया जा रहा है कि इस बार की गर्मी काफी भीषण लगेगी और धूप का सितम से लोगों का सड़कों पर चलना मुश्किल हो जाएगा। बसंत के शुरुआत में मौसम को देखते हुए इस बात की आशंका जताई जा रही है कि इस बार ठंड की तरह गर्मी के सितम से भी लोग परेशान नजर आने वाले हैं।
अगले दो दिनों में तेज़ी से बढ़ेगा तापमान
जानकारी के अनुसार, डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के अनुसार अगले तीन दिन तक उत्तर बिहार के जिलों में आसमान प्राय साफ और मौसम के शुष्क रहेगा। हालांकि, 21-22 फरवरी के आसपास आसमान में बादल आ सकते हैं। इस अवधि में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी के साथ यह 28 से 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में भी 3-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ 14-16 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। इस अवधि में औसतन 4-6 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पछिया हवा चलने का अनुमान है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से 90 प्रतिशत तथा दोपहर में 55 से 60 प्रतिशत रह सकती है। मौसम के शुष्क रहने की संभावना को देखते हुए अगात सरसों की तैयार फसलों की कटाई और सुखाने का कार्य करें। अगात आलू की तैयार फसल की खुदाई करते चलें। वसुतकालीन ईंख और शकरकंद की रोपाई करें। अक्टूबर-नवम्बर महीनों में रोपी गई ईख की फसल में हल्की सिंचाई कर सकते हैं।

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