पीपीयू में ग्रेजुएशन में शुरू हुआ नामांकन, 17 तक चलेगी एडमिशन की प्रक्रिया, एएन कॉलेज में सर्वाधिक कट ऑफ
पटना। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (पीपीयू) ने शैक्षणिक सत्र 2025-2029 के लिए स्नातक प्रथम वर्ष में नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। यह प्रक्रिया 12 जून से लेकर 17 जून तक चलेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के अंतर्गत इस बार का कट ऑफ जारी किया है। इस वर्ष छात्रों के लिए विभिन्न विषयों में उच्च कट ऑफ देखने को मिला है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कॉलेजों और विषयों की लोकप्रियता में वृद्धि हुई है। कट ऑफ सूची के अनुसार इस वर्ष सबसे ज्यादा कट ऑफ पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री और जूलॉजी जैसे विषयों में गया है। एएन कॉलेज, पटना का कट ऑफ इन विषयों में सबसे अधिक रहा है। सामान्य वर्ग के लिए पॉलिटिकल साइंस में 89.20 प्रतिशत, इतिहास में 86.20 प्रतिशत और जूलॉजी में 86.20 प्रतिशत कट ऑफ निर्धारित किया गया है। इसके अतिरिक्त अन्य विषयों की बात करें तो एएन कॉलेज में भूगोल के लिए 85.20 प्रतिशत, रसायनशास्त्र 81.60 प्रतिशत, कॉमर्स 84.20 प्रतिशत, मनोविज्ञान 78.40 प्रतिशत, अर्थशास्त्र 83.40 प्रतिशत और हिंदी के लिए 77.20 प्रतिशत कट ऑफ रहा है। कॉलेज ऑफ कॉमर्स में भी कई विषयों में कट ऑफ अपेक्षाकृत उच्च रहा है। यहां जूलॉजी का कट ऑफ 86 प्रतिशत, अर्थशास्त्र 80.20 प्रतिशत, भूगोल 82.40 प्रतिशत, हिंदी 79.40 प्रतिशत, राजनीतिक विज्ञान 85.80 प्रतिशत, कॉमर्स 83.20 प्रतिशत और रसायनशास्त्र 82 प्रतिशत रहा है। जेडी वीमेंस कॉलेज में महिला अभ्यर्थियों के लिए सामान्य वर्ग में जूलॉजी का कट ऑफ 80.20 प्रतिशत, इतिहास 77.40 प्रतिशत, राजनीतिक विज्ञान 77.80 प्रतिशत, कॉमर्स 78.17 प्रतिशत और हिंदी 65.80 प्रतिशत रहा है।पीपीयू के प्रोफेसर राजीव रंजन ने जानकारी दी कि नामांकन प्रक्रिया रविवार और अन्य अवकाश के दिनों में भी जारी रहेगी। इसके लिए सभी संबंधित कॉलेजों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं ताकि छात्र-छात्राओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। नामांकन के समय विभिन्न विशेष श्रेणियों के छात्रों के लिए कोटा की भी व्यवस्था की गई है। इसमें एनआरआई, वार्ड, डोनर, खेल प्रतिभा, फाइन आर्ट, एनसीसी, एनएसएस, आर्मी और एक्स-आर्मी कोटा शामिल है। इन श्रेणियों के छात्र निर्धारित मापदंडों के आधार पर नामांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। पीपीयू द्वारा निर्धारित कट ऑफ से यह स्पष्ट है कि इस बार छात्र-छात्राओं के बीच प्रतिस्पर्धा तीव्र होगी और उन्हें नामांकन के लिए अधिक अंक लाने होंगे। साथ ही जिन छात्रों को पहली सूची में स्थान नहीं मिला है, वे आगामी सूची या विशेष श्रेणियों के अंतर्गत मौका पा सकते हैं। नामांकन प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए विश्वविद्यालय द्वारा पर्याप्त तैयारी की गई है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे समय पर संबंधित कॉलेज जाकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ नामांकन कर लें ताकि बाद में किसी प्रकार की परेशानी न हो। यह समय छात्रों के लिए करियर की दिशा तय करने का एक अहम मोड़ है, इसलिए सूझबूझ और जानकारी के साथ निर्णय लेना आवश्यक है।


