कटिहार में पानी के गड्ढे में डूबने से चार वर्षीय बच्ची की मौत, परिवार में मचा कोहराम

कटिहार। बिहार के कटिहार जिले के पोठिया थाना क्षेत्र के खैरा पंचायत के वार्ड संख्या दस में गड्ढे के पानी में डूबने से चार वर्षीय बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना क्षेत्र में तेजी से फैल गई और हर किसी को दुखी कर गई। बच्ची का नाम मीनाक्षी कुमारी था, जो संजीव मंडल की बड़ी बेटी थी। मीनाक्षी कुमारी अपने घर के दरवाजे के समीप खेल रही थी, जब वह बरसात के जमा हुए पानी के गड्ढे में गिर गई। यह घटना इतनी अचानक हुई कि कोई उसे बचा नहीं सका। गड्ढे में डूबने के कारण उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पोठिया थाना के पुलिस उपनिरीक्षक (पुअनि) अरविंद कुमार सिंह और पीएसआई हितेश कुमार सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने सभी कागजी प्रक्रियाएं पूरी कीं और बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए कटिहार सदर अस्पताल भेज दिया। इस हृदयविदारक घटना से मीनाक्षी के माता-पिता और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय राजद नेता बेबी कुमारी, मुखिया राजीव कुमार मंडल, सरपंच प्रेमचंद मंडल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और पत्रकारों ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। इस घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। बारिश के कारण बने गड्ढों में जमा पानी कितने खतरनाक हो सकते हैं, यह घटना इस बात का ज्वलंत प्रमाण है। बच्चों के खेलने के स्थानों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। इस दुखद घटना ने यह भी सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या बच्चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं। गड्ढों को भरने और सुरक्षित बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। मीनाक्षी की मौत ने पूरे समुदाय को गहरे शोक में डाल दिया है। हर कोई परिवार के इस दुख में सहभागी है और उनके प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कर रहा है। समाज के लोग इस घटना से बेहद मर्माहत हैं और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए उचित कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। घटना के बाद से ही परिवार और ग्रामीणों का दुख बांटने के लिए लोग उनके घर पहुंच रहे हैं। यह हादसा पूरे गांव के लिए एक गहरा सदमा है और सभी लोग मिलकर परिवार को सांत्वना देने का प्रयास कर रहे हैं। यह घटना सभी के लिए एक सीख है कि बच्चों की सुरक्षा के प्रति हमेशा सतर्क रहना चाहिए और उनके खेलने के स्थानों को सुरक्षित बनाना चाहिए। उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही आवश्यक कदम उठाएगा ताकि ऐसी दर्दनाक घटनाएं दोबारा न हों।
