October 28, 2025

गया में पुलिस और अपराधियों में हुई मुठभेड़, कुख्यात अपराधी को लगी गोली, तीन अपराधियों को पुलिस ने दबोचा

गया। गया जिले में शुक्रवार की सुबह एक बार फिर गोलियों की आवाज गूंज उठी, जब पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हो गई। यह मुठभेड़ सुभाप हत्याकांड से जुड़े अपराधियों की गिरफ्तारी के दौरान हुई। घटना में मुख्य आरोपी बंटी पासवान के पैर में गोली लगी है, जबकि उसके तीन साथियों को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया। घायल बंटी पासवान को पुलिस कस्टडी में इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस की छापेमारी से शुरू हुई मुठभेड़
गया के सीनियर एसपी ने जानकारी दी कि पुलिस की एक विशेष टीम सुभाप हत्याकांड के आरोपियों की तलाश में बकरौर गांव पहुंची थी। वहां से पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस गुरारू के असनी गांव के पास एक खेत में छापेमारी करने गई, जहां हथियार छिपाए जाने की जानकारी मिली थी। इसी दौरान बंटी पासवान ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। अचानक हुई गोलीबारी में पुलिस को आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इस जवाबी फायरिंग में बंटी पासवान के पैर में गोली लग गई, जिससे वह घायल होकर गिर पड़ा। मौके से तीन अन्य अपराधी—नीतीश, राहुल और रोहित—को भी पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस को इन अपराधियों के पास से हथियार और गोला-बारूद भी मिला है।
सुभाप हत्याकांड से जुड़ा मामला
यह मुठभेड़ सुभाप हत्याकांड से सीधा जुड़ा हुआ है। सोमवार की सुबह गया शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में सुभाप नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अपराधियों ने सुभाप पर लगातार चार गोलियां चलाईं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पूरी घटना पास के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। फुटेज में चार युवक सुभाप को घेरते और उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाते नजर आ रहे हैं। वीडियो में यह भी देखा गया कि अपराधी वारदात के दौरान आसपास मौजूद लोगों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे थे। कई लोग वहां मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी सुभाप की मदद के लिए कदम नहीं बढ़ाया और न ही पुलिस को सूचना दी।
परिवार की पीड़ा और पहचान
सुभाप के पिता ने बताया था कि सीसीटीवी फुटेज में दिखने वाले लड़कों में से एक को वह पहचानते हैं। उन्होंने बताया कि वह लड़का बंटी पासवान है, जो उनके बेटे की हत्या में शामिल रहा। पिता ने पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की थी, क्योंकि घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। परिवार इस घटना के बाद से भय और असुरक्षा में जी रहा था। पिता ने कहा था कि उनका बेटा सुभाप सोमवार की सुबह करीब आठ बजे घर से कुछ सामान खरीदने के लिए निकला था। घर से महज 50 मीटर की दूरी पर ही चार युवकों ने उसे घेर लिया और नजदीक से गोलियां दाग दीं। घटना के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।
पुरानी दुश्मनी बनी वारदात की वजह
स्थानीय लोगों के अनुसार, सुभाप के पिता उपेंद्र प्रसाद का मोहल्ले के ही एक युवक से बीते पांच सालों से विवाद चल रहा था। इस विवाद को लेकर दोनों पक्षों के बीच कई बार झड़प और मारपीट भी हो चुकी थी। यहां तक कि दोनों के बीच केस भी अदालत में चल रहा है। पुलिस का मानना है कि इसी पुरानी रंजिश के कारण सुभाप की हत्या की गई।
अपराधियों पर पुलिस की नजर
सुभाप हत्याकांड के बाद से ही गया पुलिस सक्रिय हो गई थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने अपराधियों की पहचान कर ली थी और लगातार उनके ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। इस क्रम में शुक्रवार को यह बड़ी कार्रवाई की गई, जिसमें मुख्य आरोपी बंटी पासवान घायल हुआ और उसके तीन साथी पकड़े गए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान उनसे कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
क्षेत्र में फैला दहशत और राहत दोनों
घटना के बाद क्षेत्र में एक ओर जहां लोगों में दहशत का माहौल है, वहीं दूसरी ओर पुलिस की त्वरित कार्रवाई से लोगों में राहत भी देखी जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस ने सही समय पर कदम उठाया, जिससे अपराधियों का हौसला टूटेगा। गया जिले में यह मुठभेड़ पुलिस की उस सख्त कार्रवाई का उदाहरण है, जिसमें कानून व्यवस्था को चुनौती देने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। अब पुलिस की कोशिश है कि बंटी पासवान के नेटवर्क में शामिल अन्य अपराधियों को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए, ताकि सुभाप हत्याकांड का पूरा सच सामने आ सके और मृतक परिवार को न्याय मिल सके।

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