शिक्षा मंत्री बोले- बिहार सरकार अगले साल करेगी घोषणा, स्कूल जाने वाला कोई बच्चा स्कूल से बाहर नहीं

- बिहार सरकार ने आधारभूत शिक्षा में बदलाव के लिए भागीदारों के साथ मिलाया हाथ
पटना। बिहार सरकार और केयर इंडिया ने सोमवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। यह हस्ताक्षर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी की उपस्थिति में किए गए। इसके साथ ही यूएसएआईडी की इंडिया पार्टनरशिप फॉर अर्ली लर्निंग (आईपीईएल) प्रोजेक्ट को भी लांच किया गया। इसकी मदद से सरकारी और निजी दोनों स्कूलों में फाउंडेशन लर्निंग (एफएल) प्रदान करने की व्यवस्था में बदलाव लाने के लिए राज्य में निपुण भारत के संचालन में मदद प्रदान की जाएगी। इस दौरान प्रोजेक्ट का प्रस्तुतीकरण भी पेश किया गया।
प्रस्तुतीकरण के बाद शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि सही मायने में यह सक्सेस प्रोजेक्ट है। हमें भी आप लोगों के काम को देखने और समझने का मौका मिलेगा। कहा कि राज्य सरकार ने जो लक्ष्य बनाया था, हम उसके करीब हैं। स्कूल जाने वाले कुछ बच्चे स्कूल से बाहर हैं। कोरोना के कारण इसमें दो साल की देरी हुई है, लेकिन सरकार अगले साल घोषणा कर देगी कि कोई बच्चा अब स्कूल से बाहर नहीं है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट पर अच्छी तरीके से कार्य करते हुए छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराएं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इसका एसेसमेंट सर्वे होनी चाहिए। ताकि पता चले कि इस प्रोजेक्ट का बच्चों पर कितना असर पड़ रहा है, यहीं तो प्रोग्राम का इंडीकेटर है तभी तो हम इसकी सफलता भी बताएंगे।

इसके पहले केयर इंडिया के सीईओ मनोज गोपालकृष्ण ने बताया कि निपुण भारत का समर्थन करने वाले प्रोजेक्ट 137 जिलों में बदलाव लाएंगे। ये प्रोजेक्ट पांच साल में 3,30,519 आंगनबाड़ी केंद्रों, 1,81,528 पब्लिक प्राइमरी स्कूलों, 66.5 मिलियन से अधिक पब्लिक स्कूल के बच्चों (3 से 8 साल की उम्र) तक पहुंचेगा। केयर इंडिया (एक गैर-लाभकारी) के नेतृत्व वाले संघ यूएसएआईडी आईपीईएल का उद्देश्य चार प्रोजेक्ट राज्यों बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और दक्षिण दिल्ली नगर निगम में निपुण भारत के संचालन में मदद प्रदान करना है ताकि सरकारी और निजी स्कूलों में लोगों को फाउंडेशनल लर्निंग को प्रदान करने की व्यवस्था में बदलाव लाया जा सके।
वहीं वीडियो के जरिए वीना रेड्डी, मिशन डायरेक्टर, यूएसएआईडी, भारत ने कहा कि लांच किए गए आईपीईएल प्रोग्राम के माध्यम से यूएसएआईडी राज्य के स्कूलों में बुनियादी कौशल प्रशिक्षण योजनाओं को लागू करेगा, जिसमें पाठ्यक्रम डिजाइन, शिक्षकों के लिए व्यावसायिक विकास कार्यक्रमों और डिजिटल पढ़ाई पर विशेष जोर दिया जाएगा। इस मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव व अधिकारी समेत संस्था के अधिकारी मौजूद थे।