गया: डुमरिया प्रखंड के छकरबंधा पंचातय अंतर्गत चौरिताड़ गांव आज भी अंधेरे में, ग्रामीण नही जानते बिजली क्या होती है!
डुमरिया/गया (अरूणजय पंडित)। बिहार सरकार हो या केंद्र सरकार प्रदेश के हर गांव के वर्ष 2019 तक बिजली पहुचाने को योजना विफल साबित हो रही है इसका उदाहरण गया जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र डुमरिया प्रखंड के छकरबन्धा थाना के छकरबन्धा पंचातय अंतर्गत चौरिताड़ गांव आज भी अंधेरे में जी रहा है। नक्सल ग्रस्त क्षेत्र होने के नाते केंद्र सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन तक यहां विकास की तत्पर है ताकि सामाजिक मुख्य धारा से भटके लोगो को पुनः मुख्य धारा से जोड़ा जाय इधर राज्य सरकार लाख दावा करती है कि हर गांव में, हर घर में बिजली पहुचेगी, लेकिन अभी गांव का बिजली का नसीब नही हुई है कि क्या है बिजली।
इधर ग्रामीणों ने Street Buzz News के संवाददाता से बात करके बताया कि हमलोग नही जानते है कि बिजली क्या है बिजली कैसे आयेगा। चौड़िताड निवासी धनजय यादव, लछमन यादव, दनु यादव, कुन्दन यादव, नागीना यादव, विनोद यादव (वार्ड सदस्य) अरविन्द कुमार (शिक्षक) आदि लोग ने कहा की हम सब ग्रामीण श्रमदान से बिजली का पोल गाड़ दिया हूँ, विभाग द्वारा ट्रांसफार्मर भी गांव में आया है परंतु संवेदक द्वारा अभी तक पोल में नही लगाया गया है पोल में तार नही खिंचा गया है। तीन वार्ड के गांव की जनसंख्या लगभग दो हजार की करीब है, बताया कि 6 महीना से ट्रांसफार्मर है लेकिन कोई यहाँ फिर कोई अधिकारी, कर्मचारी देखने तक नही आये।
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