October 28, 2025

पटना में डॉक्टर की गाड़ी ने दो लोगों को कुचला, वाहन की हुई पहचान, घटना के बाद हुआ था फरार

पटना। पटना में रविवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें तेज रफ्तार कार ने दो राहगीरों को कुचल दिया। यह घटना श्री कृष्णापुरी थाना क्षेत्र के सहदेव मार्ग की है। हादसे में दोनों पैदल यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद चालक गाड़ी लेकर फरार हो गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वाहन की पहचान कर ली है और मामले की जांच जारी है।
हादसे की पूरी घटना
3 अक्टूबर की सुबह लगभग आठ बजे सहदेव मार्ग पर दो राहगीर—45 वर्षीय मोहम्मद अमीरउल्ला और 60 वर्षीय चिंता देवी—सड़क किनारे पैदल जा रहे थे। तभी पीछे से एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों लोग सड़क पर गिर पड़े और मौके पर ही बेहोश हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें ई-रिक्शा से नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे के बाद कार चालक बिना रुके फरार हो गया।
घायलों की स्थिति और परिजनों की व्यथा
अस्पताल में भर्ती मोहम्मद अमीरउल्ला के सिर में गंभीर चोट आई है, जबकि चिंता देवी के हाथ और शरीर के अन्य हिस्सों में अंदरूनी चोटें हैं। दोनों का इलाज जारी है। अमीरउल्ला के परिजन आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं और इलाज के लिए उधार लेकर पैसे जुटा रहे हैं। उनकी पत्नी और मां इलाज का खर्च किसी तरह पूरा कर रही हैं। वहीं, चिंता देवी की बेटी ने बताया कि उनकी मां हाईकोर्ट के जज के घर काम करती हैं और हादसे के वक्त सब्जी लेने बाजार जा रही थीं।
वाहन की पहचान और पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जांच में सामने आया कि हादसे में शामिल गाड़ी डॉक्टर सुमित संस्कार की है। वह पेशे से एक निजी अस्पताल में चिकित्सक हैं। हादसे के बाद वह फरार हो गए। गांधी मैदान ट्रैफिक थाने की पुलिस ने कार को बरामद कर लिया है और वाहन को जब्त कर लिया गया है। अब यह जांच की जा रही है कि दुर्घटना के समय कार डॉक्टर खुद चला रहे थे या कोई अन्य व्यक्ति वाहन के पीछे था।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
स्थानीय लोगों ने बताया कि कार काफी तेज गति से आ रही थी और सड़क पर अचानक मुड़ते हुए उसने दोनों पैदल यात्रियों को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद वाहन चालक ने गाड़ी नहीं रोकी बल्कि तेजी से भाग निकला। राहगीरों ने जब तक वाहन का नंबर नोट करने की कोशिश की, तब तक वह दूर निकल चुका था। हालांकि, पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से वाहन का नंबर मिल गया है।
जांच और केस दर्ज
गांधी मैदान ट्रैफिक थाने की पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज की मदद से यह स्पष्ट किया जाएगा कि दुर्घटना के समय कार कौन चला रहा था। डॉक्टर सुमित संस्कार को जल्द ही पूछताछ के लिए नोटिस भेजा जाएगा। पुलिस ने कहा है कि दोषी चाहे कोई भी हो, उसे कानून के अनुसार सजा दी जाएगी।
सामाजिक संवेदनशीलता और सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह घटना फिर से इस बात की याद दिलाती है कि पटना शहर में सड़क सुरक्षा की स्थिति कितनी चिंताजनक है। तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाना आम बात हो गई है। कई बार प्रभावशाली लोगों या अधिकारियों के वाहनों के शामिल होने पर मामलों को दबाने की कोशिश की जाती है, जिससे आम जनता में असंतोष बढ़ता है। इस हादसे में भी आम नागरिकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा, जबकि आरोपी घटना के बाद मौके से फरार हो गया।
पुलिस की चुनौती और पीड़ितों की उम्मीद
पुलिस अब डॉक्टर सुमित संस्कार की तलाश में जुटी है। घटना के बाद उनका मोबाइल फोन बंद बताया जा रहा है। जांच टीम उनके क्लिनिक और निवास स्थान पर छापेमारी कर रही है। घायल परिवार उम्मीद कर रहा है कि पुलिस जल्द ही दोषी को पकड़कर सख्त कार्रवाई करेगी। वहीं, स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क पर निगरानी बढ़ाने और हादसे की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। पटना की यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि शहर की सड़कों पर लापरवाह ड्राइविंग कितनी खतरनाक हो सकती है। हादसे में घायल हुए दोनों पीड़ित जीवन-मृत्यु की लड़ाई लड़ रहे हैं, जबकि आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। कानून व्यवस्था बनाए रखने और ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करने की जिम्मेदारी प्रशासन की है। यदि दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो सड़क हादसों की ऐसी घटनाएं भविष्य में और बढ़ सकती हैं।

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