मैट्रिक के रिजल्ट से असंतुष्ट परीक्षार्थी 4 अप्रैल से करें स्क्रूटनी के लिए आवेदन, असफल बच्चें भरें कंपार्टमेंटल का फॉर्म

पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार को मैट्रिक परीक्षा 2024 का परिणाम जारी कर दिया। इस वर्ष परीक्षा में 15.68 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया था, जिनमें से 12,79,294 छात्र सफल घोषित किए गए। इस प्रकार, इस वर्ष का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 82.11% रहा। बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ की उपस्थिति में परिणामों की घोषणा की। बिहार बोर्ड की कक्षा 10वीं की परीक्षा इस वर्ष 17 फरवरी से 25 फरवरी के बीच आयोजित की गई थी। इसमें 15 लाख 85 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इनमें 8,18,122 छात्राएँ और 7,67,746 छात्र शामिल थे। परीक्षा का आयोजन राज्य भर के 1,677 केंद्रों पर किया गया था। परिणाम के अनुसार, बड़ी संख्या में छात्र सफल हुए हैं, लेकिन कई विद्यार्थी अपने परिणाम से असंतुष्ट हो सकते हैं या कुछ असफल भी हुए हैं। जो विद्यार्थी अपने परिणाम से संतुष्ट नहीं हैं, वे स्क्रूटनी (पुनर्मूल्यांकन) के लिए आवेदन कर सकते हैं। बिहार बोर्ड ने ऐसे छात्रों को अपनी उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा जांच करवाने का अवसर दिया है। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया 4 अप्रैल से शुरू होगी और 12 अप्रैल तक चलेगी। स्क्रूटनी के दौरान उत्तर पुस्तिका का पुनरीक्षण किया जाएगा ताकि यदि किसी प्रकार की त्रुटि हुई हो, तो उसे सुधारा जा सके। जिन छात्रों को इस परीक्षा में न्यूनतम आवश्यक अंक प्राप्त नहीं हुए और वे असफल हो गए हैं, उनके लिए बिहार बोर्ड ने एक और अवसर प्रदान किया है। वे विद्यार्थी कंपार्टमेंटल परीक्षा के माध्यम से फिर से परीक्षा देकर उत्तीर्ण होने का प्रयास कर सकते हैं। इसके लिए भी आवेदन प्रक्रिया 4 अप्रैल से 12 अप्रैल तक चलेगी। कंपार्टमेंट परीक्षा उन विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण अवसर है जो एक या दो विषयों में असफल हो गए हैं और पुनः परीक्षा देकर अपनी शिक्षा जारी रखना चाहते हैं। बिहार बोर्ड हर वर्ष समय से पहले परीक्षाओं का आयोजन और परिणाम जारी करने के लिए प्रसिद्ध है। इस बार भी बोर्ड ने नियत समय पर परीक्षा ली और तेजी से परिणाम घोषित कर दिया। इसके अलावा, छात्रों की समस्याओं को समझते हुए उन्हें स्क्रूटनी और कंपार्टमेंटल परीक्षा का विकल्प दिया गया है ताकि वे अपने भविष्य को बेहतर बना सकें। बिहार बोर्ड के इस निर्णय से उन छात्रों को राहत मिलेगी जो अपने परिणाम से असंतुष्ट हैं या परीक्षा में असफल हो गए हैं। स्क्रूटनी और कंपार्टमेंटल परीक्षा के माध्यम से छात्रों को एक और अवसर मिलेगा जिससे वे अपने शैक्षणिक भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं। परीक्षार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे निर्धारित समय सीमा के भीतर आवेदन करें और इस अवसर का लाभ उठाएँ।
