UP सरकार की एंटीजन किट को बिहार में बेचने का बड़ा खुलासा, आरोपियों को रिमांड पर लेकर पटना आएगी UP पुलिस

पटना। उत्तर प्रदेश सरकार की एंटीजन किट को बिहार में बेचने का बड़ा खुलासा होने की संभावना है। पुलिस इस कांड में पकड़े गए चारों स्वास्थ्य कर्मियों को रिमांड पर लेकर पटना आने की तैयारी कर रही है। यूपी के सिद्धार्थनगर जिले का स्पेशल आॅपरेशन ग्रुप इस मामले की पड़ताल में पटना से लेकर बिहार के अन्य जिलों में एंटीजन के कनेक्शन की पड़ताल में जुटी है। मामला दो राज्यों के होने के कारण दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों के बीच बातचीत चल रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यूपी के सिद्धार्थनगर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से चुराए गए सरकारी एंटीजन किट बिहार में बेचे जा रहे थे। मेडिकल अफसर डॉ. अविनाश चौधरी को इसकी जानकारी हुई, जिसके बाद 14 जून को 4 स्वास्थ्य कर्मियों को स्पेशल आॅपरेशन ग्रुप ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। आरोपियों के पास से पुलिस ने 2 हजार एंटीजन किट बरामद किए थे, जिसे बिहार के पटना भेजने की तैयारी थी। लगभग 23 लाख की किट को बरामद करने के बाद पुलिस अब पूरा कनेक्शन खंगालने में जुटी है।
जांच के दौरान यूपी पुलिस को एक हजार से अधिक किट पटना में बेचने का सबूत मिला है। पटना के पटेल नगर में 1000 किट पार्सल से भेजे गए थे और हरिओम सिंह नाम के व्यक्ति ने इसके बदले आरोपियों को पैसा ट्रांसफर किया था। पुलिस अब हरिओम सिंह के सहारे उन लोगों तक पहुंचने का प्रयास करेगी, जिन्होंने यूपी से सरकारी एंटीजन चोरी कर उससे बिहार में कोरोना की जांच की है।
यूपी के सिद्धार्थ नगर थाना की पुलिस के अनुसार, यह बड़ा और गंभीर अपराध है। इस मामले में कई टीम जांच में जुटी हैं। पुलिस गोपनीय तरीके से बिहार में भी पड़ताल करा रही है। पुलिस विभाग से जुड़े अफसरों की मानें तो अब चारों आरोपियों, जिसमें स्वास्थ्य केंद्र में तैनात लैब असिस्टेंट शिव शंकर, संविदा लैब टेक्नीशियन विनोद कुमार त्रिपाठी, लैब टेक्नीशियन मुख्तार अली और ओंकार त्रिपाठी को रिमांड पर लेने की तैयारी है। आरोपियों को रिमांड पर लेने के बाद बिहार का पूरा कनेक्शन खंगाला जाएगा।

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