CM नीतीश ने मोतिहारी से की समाज सुधार अभियान की शुरूआत, बोले- समाज सुधार के बिना विकास का कोई मतलब नहीं

  • समाज सुधार अभियान निरंतर रहेगा जारी, हर गांव-शहर में चलता रहेगा

पटना। बिहार के मोतिहारी जिला के गांधी मैदान में दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को समाज सुधार अभियान की शुरूआत की। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग बिहार में लगातार विकास के काम कर रहे हैं। समाज के हर तबके के उत्थान के साथ-साथ समाज के हाशिए पर के व्यक्ति को मुख्य धारा में लाने के लिए काम किया जा रहा है। 24 नवंबर 2005 से हमलोगों ने काम करना शुरू किया तबसे अब तक सबके हित और उसके उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। हमलोगों के काम करने के पहले की स्थिति को भूलिएगा मत, याद रखिएगा।
अच्छा काम कीजिएगा कुछ लोग तो गड़बड़ी करेंगे ही
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के साथ-साथ हमलोग समाज सुधार के लिए भी काम कर रहे हैं। शराब को लेकर वर्ष 2011 से अभियान चला रहे हैं। 5 अप्रैल 2016 को राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी गई। कहा कि किसी मजहब, धर्म के मानने वाले लोग हों पूरे इतिहास को उठाकर देख लीजिए, कितना भी अच्छा काम कीजिएगा कुछ लोग तो गड़बड़ी करेंगे ही। शराबबंदी का कितना असर पड़ा है, आप खुद ही देख लीजिए। बहनों की इच्छा से ये सारा काम हो रहा है। कितने लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया। कई लोग इधर-उधर करके शराब पी रहे हैं और उन्हें गलत चीजें मिलाकर पिलाये जाने से उनकी मौतें भी हो रही हैं। इस पर सोचिए की शराब कितनी बुरी चीज है।


समाज सुधार अभियान निरंतर जारी रहेगा
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह समाज सुधार अभियान निरंतर जारी रहेगा। हर गांव, हर शहर में यह चलता रहेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पूरी दुनिया का वर्ष 2016 से 2018 तक सर्वेक्षण कराया और उसी वर्ष रिपोर्ट को प्रकाशित किया। उस रिपोर्ट में बताया गया है कि शराब पीने से दुनिया में 30 लाख लोगों की मृत्यु होती है यानि दुनिया में जितनी मृत्यु हुई, उसका 5.3 प्रतिशत मौत शराब पीने से हुई है। 20 से 39 आयु वर्ग के लोगों में 13.5 प्रतिशत मृत्यु शराब पीने के कारण होती है। जबकि 18 प्रतिशत लोग शराब पीने से आत्महत्या कर लेते हैं। शराब पीने के कारण 18 प्रतिशत आपसी झगड़े होते हैं। शराब पीने से दुनियाभर में 27 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। शराब के सेवन से 200 प्रकार की बीमारियां होती हैं। शराब के दुष्परिणामों के जो आंकड़े दिए गए हैं, उस पर सबलोग गौर कीजिए और आपलोगों से आग्रह है कि इसके बारे में सभी को बताएं।
समाज, राज्य और देश आगे बढ़ेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय-1 और सात निश्चय-2 के तहत कई कार्यक्रम चलाए गए हैं। समाज सुधार के बिना विकास का कोई मतलब नहीं है। विकास के साथ समाज सुधार होगा तो समाज, राज्य और देश आगे बढ़ेगा। आपलोगों से उम्मीद करता हूं कि आप अपने गांव, इलाकों में जाकर इस अभियान को चलाईयेगा। आपने हाथ उठाकर संकल्प भी लिया, इस बात के लिए आपलोगों को हृदय से धन्यवाद।


बाल विवाह व दहेज प्रथा पर भी बोले
सीएम ने कहा, बहनों से आग्रह करेंगे कि जो शराब पीते हैं उनके चारों तरफ खड़ा होकर जमकर नारा लगाईये और सूचना भी दीजिए। जहां बैठिए शराब नहीं पीने के लिए लोगों को प्रेरित कीजिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल विवाह करने से तरह-तरह की परेशानी होती है, बेटियों की जिंदगी बर्बाद हो जाती है। किसी भी स्तर पर बाल विवाह मत करने दीजिए। हम सभी पुरुष, स्त्री यहां हैं। महिलाओं की देन है कि हमको ये जीवन मिला है इसलिए पुरुष स्त्री समाज के दोनों अंग है, इन दोनों के वगैर समाज का विकास संभव नहीं। महिलाओं और लड़कियो के प्रति अच्छी भावना रखें, तभी हम आगे बढ़ पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दहेज प्रथा और भी खराब है। कानूनी रूप से दहेज लेना अपराध है। सभी लोगों से आग्रह है कि प्रचार कीजिए की दहेज प्रथा बहुत खराब काम है।
इन्होंने किया संबोधित
कार्यक्रम को मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सह पूर्वी चंपारण जिले के प्रभारी मंत्री सुनील कुमार, गन्ना उद्योग एवं विधि मंत्री प्रमोद कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण,डीजीपी एसके सिंघल, अपर मुख्य सचिव गृह चैतन्य प्रसाद, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने भी संबोधित किया।

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