चेन्नई में चक्रवाती तूफान मैंडूस का दिखने लगा असर : राज्य के कई शैक्षणिक संस्थान बंद व मछुआरों को समुद्र के पास जाने पर पाबंदी, एनडीआरएफ ने कसी कमर

चेन्नई। चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ का व्यापक असर तमिलनाडु के तटीय इलाकों में दिखाई दे रहा है। वही IMD की तरफ से तूफान को लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। वही राज्य के कई जिलों में शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं और मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह दी गई है। वही बताया जा रहा है की चक्रवाती तूफान मैंडूस 9 दिसंबर की आधी रात को चेन्नई के पास समुद्र तट से गुजर सकता है। इसे देखते हुए तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। तूफान के प्रभाव की वजह से शुक्रवार को चेन्नई में मूसलाधार बारिश भी हुई। चक्रवाती तूफान की वजह से तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में हवाई सेवाएं प्रभावित हुई हैं। कई उड़ानों को रद्द कर दिया गया है साथ ही कई अन्य में देरी हुई है। तूफान ‘मैंडूस’ को देखते हुए दक्षिण रेलवे के चेन्नई डिवीजन ने घोषणा की है कि किसी भी तरह की अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए अगर आवश्यक हुआ तो चेन्नई में उपनगरीय ट्रेनों को रद्द या फिर रिशेड्यूल किया जा सकता है। वही तूफान की वजह से पुडुचेरी में भी सभी स्कूलों और कॉलेजों को 2 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
एनडीआरएफ ने कसी कमर
वही चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ से निपटने के लिए NDRF की टीम भी पूरी तरह से तैयार है। बता दे की NDRF के सब-इंस्पेक्टर संदीप कुमार ने बताया कि ‘हमारे अधिकारी एमएफआर, सीएसएसआर, रस्सी बचाव, गहरे पानी में गोताखोरी जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षित हैं। हम 24 घंटे ड्यूटी पर हैं और लोगों की मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे। राज्य सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक तूफान की आशंका वाले जिलों में 5,000 से अधिक राहत शिविर खोले हैं। जिनमें निचले इलाकों से निकाले गए लोगों को रखा गया है। शिविर में रह रहे लोगों को भोजन, पेयजल और स्वास्थ्य सहित सभी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की गई हैं। बारिश के प्रभाव की निगरानी के लिए 24 घंटे एक नियंत्रण कक्ष भी खोला गया है।

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