दिल्ली में जल्द शुरू होगा देश का पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल कॉरिडोर, जानिए क्या है पूरा मामला

दिल्ली। दिल्ली एनसीआर का यमुना एक्सप्रेसवे भारत का पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल कॉरिडोर बनने वाला हैं। जानकारी के अनुसार, इसके लिए जरूरी ट्रायल पूरे किए जा चुके हैं। बता दे की यहाँ इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए चार्जिंग स्टेशन, सेवा और सहायता केन्द्र की सेवा उपलब्ध होगी और जरूरतों का पता लगाने के लिए एक कंपनी की ओर से सर्वे भी किया जा चूका है। वही खबरों की मानें तो 20 दिसम्बर से यमुना एक्सप्रेसवे को इलेक्ट्रिक व्हीकल कॉरिडोर बनाने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, इसी साल मई में यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए इंडिया गेट से आगरा तक इलेक्ट्रिक व्हीकल का ट्रायल रन किया गया था।

दिल्ली-एनसीआर में इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में सर्वे करने वाली एडवांस सर्विसेज ऑफ डूइंग बिजनेस प्रोग्राम कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि यमुना एक्सप्रेस वे को कम से 10 इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन होंगे। वही एक-एक आगरा और ग्रेटर नोएडा की साइड और 4-4 चार्जिंग स्टेशन यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों साइड बनेगे। जानकारी के अनुसार, इस परियोजना के पूरा होने के बाद आप शॉपिंग करते हुए या मूवी देखते हुए अपनी इलेक्ट्रिक कार या स्कूटी-बाइक को चार्ज करा सकेगें। इसके साथ साथ इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन लगाए जाने के लिए केन्द्र सरकार कुछ इसी तरह की योजना पर काम कर रही है। वही इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा में इसी तरह के 10 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन लगाए जाने की योजना हैं।

जानकारी के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाहन का चार्जिंग शुल्क लो-टेंशन लाइन से 4.5 रुपये प्रति यूनिट और हाई-टेंशन से 5 रुपये प्रति यूनिट होगा। यह भारत में सबसे कम टैरिफ मूल्य है। इस कीमत के साथ, चार्जिंग सुविधा के आधार पर सर्विस चार्ज जोड़ा जाएगा। वही इलेक्ट्रिक वाहन का चार्जिंग शुल्क लो-टेंशन से 4.5 रुपये प्रति यूनिट और हाई-टेंशन से 5 रुपये प्रति यूनिट होगा। वही इसमें चार्जिंग सुविधा के साथ साथ सर्विस चार्ज भी देना होगा।

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