बिहार कांग्रेस के टिकट बिक्री और प्रभारी के खिलाफ कांग्रेसियों ने सदाकत आश्रम में दिया धरना, किया विरोध प्रदर्शन
पटना। बिहार कांग्रेस की बोली लगानें और बेचनें वाले प्रभारी एवं उसकी टीम के विरोध में आज सैकड़ों समर्पित कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बिहार कांग्रेस के मुख्यालय सदाक़त आश्रम में सुबह दस बजे से उपवास एवं धरना दिया।नेताओं का यह मानना था कि यह कांग्रेस को बिहार में बचानें का यह एक प्रयास है।इन नेताओं की यह माँग है कि तत्काल प्रभाव से बिहार के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू एवं उसकी टीम को बिहार से वापस बुलाया जाय, क्योंकि इनके पास ना तो राजनीतिक सूझबूझ है और ना ही राजनीतिक सुचिता। अगर होता तो तेजस्वी जी के नेतृत्व में बिहार लड़ने की घोषणा दो महिने पहले ही कर दिये होते। संबंधों में इतनी खटास के बाद यह घोषणा कोई बहुत मायने नहीं रखता। नेताओं ने माँग किया कि प्रभारी, सह प्रभारियों एवं कंट्रोल रूम के क्रियाकलापों की जाँच भी होनी चाहिये। बिहार की ज़िम्मेदारी किसी राजनीतिक नेता को दी जाए और जिनकी देखरेख में चुनाव संपन्न हो। ऐसा होने से हो सकता है कि उतना नुक़सान ना हो जितना हो रहा है। हमारे अध्यक्ष राजेश राम एक कमज़ोर अध्यक्ष हैं वे अपने चुनाव पर ध्यान दें उनकी जगह किसी अन्य व्यक्ति को कार्यकारी अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी सौंपी जाय जो बिहार कांग्रेस के नियमित कार्यों का निपटारा करेंगे।विधानमंडल के नेता शकील खान भी चुनाव लड़ रहे हैं, बेहतर होगा वे भी अपने चुनाव पर ही ध्यान केंद्रित करें। समर्पित कार्यकर्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल जननायक राहुल जी से मिलकर बिहार कांग्रेस की दुर्दशा से अवगत करना चाहता है।इन नेताओं का यह कहना था कि हमारी मुहिम बिहार कांग्रेस को बचानें की है, उसको गिरवी रखनेवालों से इसे मुक्त करानें की क्योंकि राहुल गांधी जी भी इस बात को जानते हैं कि अगर हम बिहार जीतेंगे तो देश जीतेंगे । 2029 की जीत का रास्ता बिहार होकर ही गुज़रती है। अतः 2025 जीतने के लिये कृष्णा और उसकी टीम को हटाना अतिआवश्यक है। “डैमेज कंट्रोल तभी होगा जब आप डिजास्टर को हटायेंगे” और किसी राजनीतिक व्यक्ति को लायेंगे ।कृष्णा और उसकी टीम बिहार कांग्रेस के लिये एक बड़ी आपदा है। समय अभी भी है, पर शीघ्र करना होगा।हमारा तबतक संघर्ष जारी रहेगा जबतक कि हमारी आवाज़ राहुल जी तक नहीं पहुँच जाती है।इस अनशन एवं धरना का नेतृत्व आनन्द माधव, सदस्य एआईसीसी, पूर्व प्रवक्ता एवं पूर्व अध्यक्ष, रिसर्च विभाग, बिहार कांग्रेस खगड़िया के वर्तमान विधायक छत्रपति यादव,पूर्व विधायक गजानंद शाही उर्फ मुन्ना शाही, सुधीर कुमार उर्फ बँटी चौधरी , पूर्व प्रत्याशी मधुरेंद्र सिंह, सदस्य, राज कुमार राजन, कैसर खान, नागेंद्र पासवान विकल कर रहे थे। इनके अलावे आशुतोष शर्मा, कुमार संजीत, नीरज कुमार, राणा अजय सिंह, सूरज सिन्हा, प्रवक्ता, बिहार कांग्रेस, वरीय नेत्री, रेखा पटेल, उर्मिला सिन्हां नीलू, रीना देवी, अजय प्रताप सिंह, वसी अख़्तर, शिवनीति सिंह पटेल, सुजय शर्मा, सुनीता कुमारी, प्रद्युम्न यादव, आदित्य पासवान, राहुल मिश्रा, अरविंद पासवान, ख़ुशबू कुमारी, रमेश सिंह अन्य नेताओं ने इस उपवास सह धरना में भाग लिया। आनन्द माधव ने कहा कि संघर्ष जारी रहेगा , माँगों के माने जाने तक।


