भक्त चरण दास का ऐलान : कांग्रेस अब RJD के साथ नहीं; पटना पहुंचे कन्हैया, हार्दिक और जिग्नेश

पटना। बिहार में महागठबंधन टूटने की कगार पर है। पिछले कई दिनों से चल रही खींचतान के बाद शुक्रवार की दोपहर कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने मीडिया से कह दिया कि कांग्रेस अब राजद के साथ नहीं है। पटना में पप्पू यादव से मुलाकात के बाद कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि पार्टी अकेले उपचुनाव लड़ेगी। इस पर पलटवार करते हुए राजद ने कहा है कि उन्हें जमीनी हकीकत का अंदाजा नहीं है। पिछले दिनों सांसद मनोज झा ने कहा था कि ऐसे ही नेता अपनी पार्टी की लुटिया डुबोते हैं।
इस बीच जाप प्रमुख पप्पू यादव ने उपचुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया है। मुलाकात के बाद भक्त चरण दास ने कहा कि पप्पू यादव के समर्थन से कांग्रेस को चुनाव में मजबूती मिलेगी। भक्तचरण दास ने राजद पर महागठबंधन को तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में भी राजद के साथ कोई सीट साझा नहीं की जाएगी। कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। सभी 40 सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार खड़े किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम उपचुनाव जमकर लड़ रहे हैं और अपनी ताकत पर लड़ रहे हैं, हमने गठबंधन नहीं तोड़ा। लेकिन राजद ने महागठबंधन धर्म का पालन नहीं किया। हमारे सभी नेता बिहार पहुंच चुके हैं और जमकर चुनाव प्रचार करेंगे।’
पटना पहुंचे कन्हैया, हार्दिक और जिग्नेश, उपचुनाव में कल से करेंगे प्रचार
इस बीच भाकपा से कांग्रेस में शामिल होने के बाद पहली बार युवा नेता कन्हैया कुमार शुक्रवार दोपहर 1:45 बजे पटना पहुंचे। उनके साथ गुजरात कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हार्दिक पटेल और विधायक जिग्नेश मेवाणी भी मौजूद थे। पटना एयरपोर्ट पर बिहार कांग्रेस के नेताओं ने तीनों स्टार प्रचारकों का स्वागत किया। इसके बाद तीनों कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम पहुंचे। यहां तीनों का बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने स्वागत किया। प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि इन तीन युवा नेताओं से कई लोगों को घबराहट हो रही है। लेकिन किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। कल का नेतृत्व युवाओं का ही है। उन्होंने कहा कि हम उपचुनाव में अकेले हैं दोनों सीटों पर लड़ रहे हैं, इसका सबसे ज्यादा फायदा नौजवानों को ही होगा।
बता दें बिहार में कांग्रेस और राजद का गठबंधन पिछले तीन दशक से चला आ रहा है। इधर, बिहार में दो विधानसभा सीटों (तारापुर व कुशेश्वरस्थान) पर हो रहे उपचुनाव को लेकर दोनों दलों के बीच तल्खी बढ़ती गई। राजद ने दोनों जगहों से अपने प्रत्याशी खड़े किए तो कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए। इसके बाद दोनों दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई। महागठबंधन अब टूट के कगार पर पहुंच गया है।
