खानकाह ए मुजिबिया से जुड़ी पूरी खबरः फुलवारी शरीफ में चादरपोशी करने पहुंचे सीएम नीतीश, रामकृपाल और श्याम

खानकाह के संस्थापक पीर मुजीब की दरगाह पर चादरपोशी करके मांगी दुआ

फुलवारी शरीफ (अजीत)। इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहेब के यौम ए पैदाइश के मौके पर लगने वाले उर्स मुबारक में रविवार की शाम छः बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रसिद्द खानकाह मुजीबिया के संस्थापक पीर मुजीबउल्लाह कादरी के मजार पर चादरपोशी की और मुल्क व राज्य की अमन चैन के लिए दूआ मांगी। चादरपोशी के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ईद मिलादुनबी के मुबारक मौके पर राज्यवासियों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि पैगम्बर साहेब की जयंती पर लोग उनके विचारों पर चलने का संकल्प लें। सीएम ने कहा कि सबलोग साथ मिलजुल कर चलें और एक दूसरे का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि आपसी सौहार्द बना रहे और भाईचारा मजबूत हो। देश व राज्य तरक्की करता रहे। मुख्यमंत्री के खानकाह पहुंचते ही खानकाह ए मुजिबिया के प्रबंधक मौलाना मिन्हाजुद्दीन कादरी और नगर सभापति मो. आफताब आलम ने टोपी और गमछा देकर स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सज्जादा नशीं हजरत सैयद शाह आयातुल्लाह कादरी से उनके हुजरे में जाकर भेंट कर आशीर्वाद माँगा। सीएम के साथ उधोग मंत्री श्याम रजक भी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम के कार्यक्रम को लेकर जिलाधिकारी कुमार रवि, एसएसपी गरिमा मल्लिक, एसडीएम कुमारी अनुपम सहित सिटी एसपी, डीएसपी सहित कई थानेदारों के साथ पूरा प्रशासनिक अमला मुस्तैद रहा।

मूए मुबारक की जियारत के साथ खानकाह मुजीबिया में तीन दिवसीय उर्स संपन्न


इस्लाम के अंतिम पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहेब की यौमे पाइदाइश के अवसर पर खानकाह मुजीबिया में लगने वाले तीन दिवसीय सलाना उर्स मूए मुबारक (पवित्र बाल ) की जियारात के साथ ही संपन्न हो गया। रविवार की सुबह से ही मूए मुबारक की जियारत के लिए भीड उमड गयी। बीस हजार से अधिक जाइरिनोंने मूए मुबारक की जियारत की। खानकाह मुजीबिया के जनाने खाने में हजारों महिलाओं ने मूए मुबारक की जियारत की। जोहर नमाज के बाद पुरुष अकीदतमंदों को मूए मुबारक की जियारत कराई गयी। जियारत के दौरान जाइरीन जबान पर दारूद पढ रहे थे। खानकाह ए मुजिबिया के सज्जादानशीं सय्यद मौलाना आयतुल्लाह कादरी ने जियारिनों की मूए मुबारक की जियारत कराई। उधर खानकाह ए फरीदिया में भी एक्कावन गागरा निकाला गया और मोहम्मद साहेब के जीवनी से प्रेरणा लेने का संकल्प दोहराया गया। वहीं दोपहर में बिहार के उद्योग मंत्री सह स्थानीय विधायक श्याम रजक ने पैगम्बर मोहम्मद साहब के जन्म दिवस (ईद मिलाद-उन नबी) तथा उर्स के मुबारक मौके पर फुलवारी शरीफ के प्रसिद्ध खानकाह-ए-मुजिबिया स्थित हजरत मखदूम सैयद शाह पीर मुहम्मद मुजीबुल्लाह कादरी रहमतुल्लाह अलैहे की मज़ार पर चादरपोशी की। उन्होनें प्रदेश के आपसी सौहार्द, भाईचारे को बरकरार रखने व फुलवारी के फलने-फूलने की दुआ मांगी। पाटलिपुत्रा के सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय ग्रामीण राज्य मंत्री रामकृपाल यादव ने भी मजार शरीफ पर चादर पोशी की। रामकृपाल यादव ने कहा कि पीर मुजीब महान सूफी संत थे, उनके माजर शरीफ पर चादरपोशी कर मुल्क व राज्य में अमन चैन और भाईचारे की मजबूती के लिए दुआ मांगी है। मौके पर फुलवारी शरीफ नगर परिषद के चैयरमैन आफताब आलम, फजल इमाम, रामप्रवेश सिंह, अरविंद शर्मा, शत्रुध्न पासवान, बंटी चंद्रवंशी , बबलू यादव, जाहिद हुसैन, शैलेन्द्र कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।

हर कदम खानकाह की ओर

मूए मुबारक की जियारत को लेकर हर लोगों का कदम खानकाह की ओर बढ रहा था। खानकाह की ओर जाने वाले सभी रास्ते जाइरिनों से पट गये थे। दोपहर एक बजते बजते पूरा खानकाह परिसर जाइरिनों से पट गया था। जो जहां था वहीं बैठ गया। नमाज जोहर के बाद तीन बजे से पौने पांच बजे तक जाइरिनों ने कतार बद्ध होकर मूए मुबारक की जियारत की और असर से पहले जियारत ख़त्म करा दिया गया। मुए मुबारक की जियारत सज्जादानशीं सय्यद शाह आयतुल्लाह कादरी के संरक्षण में संपन्न हुआ।

कोई शिरनी चढा रहे थे तो कोई हाथ फैला कर दुआ मांग रहा था

हजरत मोहम्मद साहेब के जन्म दिवस पर अकीदतमंद लोगों ने कोई शिरनी चढा रहे तो कोई हाथ फैला कर अपनी गुनाहों की माफी मांग रहा था तो कोई अगरबत्ती जला रहा था। शिरनी चढाने केवालो में मर्द , महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।

फुलवारी शरीफ में जुलूस ए मोहम्मदिया निकला

इस्लाम के अंतिम पैगम्बर मोहम्म्द साहेब की यौम पैदाईश के मौक पर फुलवारीशरीफ के नया टोला से जुलूस ए मोहम्मदिया निकाला गया। जुलुस में अकीदतमंदों ने मोहम्मद साहेब की शान में मनकबत और नात ए शरीफ पढ़ी। जुलूस ए मोहम्मदिया शहर के प्रमुख मार्गो से होकर गुजरा।

पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने शिक्षा पर जोर दिया- मौलाना मोहम्मद शिबली अल कासमी

बिहार, झारखंड व उड़ीसा के मुसलमानों की सबसे बड़ी एदारा इमारत शरिया के कार्यवाहक नाजिम मौलाना मोहम्मद शिबली अल कासमी ने पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहेब के यौम ए पैदाईश के मुबारक मौके पर जश्ने ईद मिलादुन्नबी की मुबारकबाद देते हुए सभी मुस्लमान भाइयो से अपील किया है कि पैगम्बर मोहम्मद साहेब ने सबसे पहले शिक्षा पर जोर दिया था। सभी मुसलमान भाइयों को अपने परिवार के बच्चो को सबसे पहले शिक्षित करने का काम करना चाहिए। उन्होंने अपना पूरा जीवन मानवता भाईचारे विश्व बंधुत्व की मज़बूती के लिए समर्पित कर दिया। मौलना शिबली ने कहा कि अल्लाह के रसूल सल मुसलमानों के लिए नहीं, तमाम आलम के लिए रहमत बनकरआए। आपने अमन, शांति, मुहब्बत और इत्तेहाद का पैगाम दिया। मुसलमान बुरे कामों से बचें। समाज में फैल रही कुरीतियों को दूर करें। नमाज की पाबंदी करें। रोजा और जकात अदा करें। मुसलमानों को चाहिए कि पैगम्बरे इस्लाम की तालीम पर अमल करें। इत्तेहाद को कायम रखें। कार्यवाहक नाजिम ने बताया कि इमारत ए सरिया द्वारा बिहार झारखंड सहित बंगाल में भी शिक्षा की रौशनी सुदूर इलाके में फैलाने के लिए अंग्रेजी माध्यम के कई स्कूल खोले जा रहे हैं।

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