CM नीतीश के नेतृत्व में बिहार देश का ग्रोथ इंजन बना, विकास दर हुआ 11.3% : राजीव रंजन

पटना। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बिहार एक महत्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक दौर से गुजर रहा है। राष्ट्र के विकास में बिहार की सहभागिता बढ़ी है। 2005 में सत्ता की बागडोर संभालने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अद्भुत नेतृत्व क्षमता से बिहार को देश के अग्रणी राज्यों में लाकर खड़ा कर दिया। जिस बिहार को फेल्ड स्टेट माना जाता था, उसे नीतीश कुमार ने देश का ग्रोथ इंजन बना दिया। वित्तीय संसाधनों की कमी एवं अन्य चुनौतियों को दरकिनार करते हुए बिहार ने एक दर्जन बार देश में सर्वाधिक विकास दर दर्ज किया है।
श्री प्रसाद ने कहा कि 2005 में बिहार का बजट मात्र 23,800 करोड़ था, जो वर्ष 2020 में 2.11 लाख करोड़ हो गया। वहीं विकास दर 3.19% था जबकि 2020 में राज्य का विकास दर 11.3% है। 2005 में बिहार में बिजली की उपलब्धता मात्र 700 मेगावाट थी, जो 2020 में बढ़कर 5932 मेगावाट हो गई है। अक्टूबर 2018 तक बिहार के हर घर तक बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी गई है। कृषि के लिए डेडिकेटेड फीडर बना कर इच्छुक किसानों को खेती के लिए बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।
श्री प्रसाद ने कहा कि 2005 से 2020 का दौर बिहार में सड़कों के कायाकल्प के दौर के रूप में जाना जाता है। 2005 में मात्र 34% सड़कें पक्की थी, वहीं 2020 में 96% सड़कें पक्की हैं। इस दौरान बिहार में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई में 73.71%, राज्य उच्च पथ की लंबाई में 166.60%, वृहद जिला पथ की लंबाई में 91.39% की वृद्धि हुई। 2006 से पहले बिहार में मात्र 835 किलोमीटर ग्रामीण सड़कें बनी थी जबकि 2020 आते-आते इन सड़कों की लंबाई 1 लाख किलोमीटर से भी अधिक हो गई है।

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