December 6, 2025

नीतीश सरकार में नहीं होता सहयोगी दलों का सम्मान, दलितों का शोषण करते हैं मुख्यमंत्री : विजय सिन्हा

  • बिहार बचाने के लिए मांझी जी जैसे लोगों को हमारी पार्टी आमंत्रित करती है : विजय सिन्हा
  • संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री पर बरसे नेता प्रतिपक्ष, मांझी को बीजेपी के साथ आने का दिया न्योता
  • हमारी पार्टी ने हमेशा चाणक्य की भूमिका निभाई पर नीतीश नकली चंद्रगुप्त निकले : विजय सिन्हा

पटना। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे डॉ संतोष सुमन ने मंत्री पद से इस्तीफा देकर बिहार की सियासत में भूचाल ला दिया है। उनके इस्तीफे के बाद पक्ष और विपक्ष के नेताओं की भिन्न-भिन्न तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। इस्तीफे के बाद संतोष मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार हम का जेडीयू में विलय करने का दबाव बना रहे थे। उधर जेडीयू का कहना है कि मांझी जैसे लोग आते-जाते रहते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। वहीं विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार पर दलितों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि जिस तरह से पूर्व सीएम जीतन राम मांझी को यह शपथ लेना पड़ रहा था कि वे नीतीश के साथ हैं उसके बाद भी मांझी पर विलय के लिए दबाव बनाना ठीक नहीं है। नीतीश की सरकार में दलितों को शोषण किया जा रहा है। अपने अहंकार के कारण नीतीश कुमार सहयोगी दलों का सम्मान नहीं करते हैं। जिसके पास अगर थोड़ा सा भी स्वाभिमान होगा वह नीतीश कुमार के साथ नहीं रहेगा।
बिहार बचाने के लिए मांझी जी जैसे लोगों को हमारी पार्टी आमंत्रित करती है : विजय सिन्हा
वही विजय सिन्हा मांझी एक स्वाभिमानी व्यक्ति है। कोई भी स्वाभिमानी नीतीश के साथ नहीं रह सकता है। विजय सिन्हा ने कहा, जो भी स्वाभिमानी है वह नीतीश को स्वीकार नहीं करेगा। इसी कारण संतोष सुमन ने इस्तीफा दिया है। जिसके दिल में भी बिहार के प्रति थोड़ा सा भी दर्द होगा। जो बिहार को बचाना चाहेगा वह नीतीश कुमार के साथ निश्चित रूप से नहीं रहना चाहेगा। उन्होंने कहा कि लालू और नीतीश ने पिछले 30 साल से ज्यादा समय से बिहार को ठगने वाला काम किया है। ये सिद्धांत विहीन राजनीति करने वाले लोग हैं। मांझी के भाजपा के साथ आने के सवाल पर विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार को अपमानित करने वालों से मुक्ति दिलाने के लिए सबको मिलकर एकजुट होना चाहिए। बिहार को सबका साथ सबका विकास के महामंत्र के साथ विकसित बिहार बनाएं। इस कार्य में सब लोग लगे हैं। इसमें मांझी सहित सभी लोग आमंत्रित हैं जो बिहार की बेहतरी चाहते हैं।
नेता प्रतिपक्ष बोले, अपने स्वार्थ और अहंकार के लिए दलितों का अपमान कर रहे सीएम नीतीश
विजय सिन्हा ने कहा कि उनसे बार बार कसम भी खिलाया जाता है कि साथ रहें। और भांति भांति की शर्तें लादकर प्रताड़ित भी किया जाता है। मांझी जी के पास दो मंत्रालय थे जिसे एक मंत्रालय पर समेट दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि अपने स्वार्थ और अहंकार के लिए नीतीश कुमार ने दलितों का अपमान किया। इससे किसी भी स्वाभिमानी व्यक्ति को चोट लग सकता है। इस चोट को जीतन मांझी ने स्वीकार नहीं किया है।
हमारी पार्टी ने हमेशा चाणक्य की भूमिका निभाई पर नीतीश नकली चंद्रगुप्त निकले
वहीं मांझी के एनडीए के साथ जाने के सवाल पर विजय सिन्हा ने कहा कि बीजेपी के साथ सभी दलों की बात बनती रही है। बिहार की कोई ऐसी पार्टी नहीं हो जो बीजेपी से सहयोग से सत्ता के शीखर तक नहीं पहुंची हो। आरजेडी हो या जेडीयू बीजेपी ने सभी का चाणक्य बनकर सहयोग किया। बीजेपी सत्ता के लिए नहीं बल्कि सत्ता में सुशासन लाने की लड़ाई लड़ती है। बीजेपी ने हमेशा चाणक्य बनकर चंद्रगुप्त बनाने का काम किया लेकिन ये नकली चंद्रगुप्त निकले। 23 जून को पटना में होने वाली विपक्ष की बैठक पर सिन्हा ने कहा कि हम पहले से कहते रहे हैं कि यह विपक्ष नहीं बल्कि भ्रष्टाचारियों की बैठक है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार जो लोकनायक जयप्रकाश नारायण के शिष्य बने थे अब कांग्रेस जेपी के शिष्यों से उनका सपना तोड़ना चाहती है। यही कारण है कि यह बैठक बिहार की धरती पर रखी गई है।

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