30 सितंबर को होगी बीपीएससी की संयुक्त पीटी परीक्षा: पटना में बनेंगे 35 परीक्षा केंद्र, सीसीटीवी से होगी निगरानी

पटना। बीपीएससी एकीकृत 69वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का 30 सितंबर को होगी। एक पाली में दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक किया जायेगा। इस परीक्षा के लिए 2 लाख 70 हजार 412 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन दिया है। इसको लेकर गुरुवार को बीपीएससी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। बीपीएससी के सेक्रेटरी रवि भूषण ने बताया कि पटना में इस परीक्षा के लिए कुल 35 परीक्षा केन्द्र बनाये गए हैं, इसमें 20 हजार 980 अभ्यर्थियों के लिए बैठने की व्यवस्था की गई है। प्रतियोगिता परीक्षा राज्य के 31 जिला मुख्यालयों के 488 परीक्षा केन्द्रों में आयोजित की जाएगी। अभ्यर्थियों को परीक्षा प्रारम्भ होने के ढाई घंटा पूर्व परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया जायेगा और परीक्षा प्रारम्भ होने के 1 घंटा पूर्व अर्थात् 1 बजे परीक्षा केन्द्र में प्रवेश बंद कर दिया जायेगा। वहीं, उन्होंने आगे कहा कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में जिस तरह से व्यवस्था की गई थी। उसी प्रकार इस परीक्षा में व्यवस्था की गई है।
कंट्रोल रूम से परीक्षा केंद्र की पूरी निगरानी
प्रत्येक परीक्षा कक्ष एवं प्रवेश द्वारा पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। जिसकी मॉनिटरिंग जिला मुख्यालय एवं आयोग के मुख्यालय के कंट्रोल रूम से लाइव स्ट्रीमिंग द्वारा की जायेगी। प्रत्येक 24 केन्द्र के लिए जिला मुख्यालय कंट्रोल रूम में एक प्रोटेक्टर रहेंगे। वही प्रत्येक परीक्षा केन्द्रों पर अभ्यर्थियों की पहचान हेतु बॉयोमैट्रिक अटेंडेंस और फेस पहचान की व्यवस्था की गयी है। प्रत्येक परीक्षा केन्द्रों के लिए जैमर की व्यवस्था की गयी है। सील्ड स्टील बॉक्स परीक्षा केंद्र के कंट्रोल रूप में सीसीटीवी के निगरानी में निर्धारित परीक्षा कक्ष में रखा जायेगा। सील्ड स्टील बॉक्स को प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों एवम् केन्द्राधीक्षक की उपस्थिति में विडियोग्राफी कराते हुए अभ्यर्थी के समक्ष खोला जायेगा।
गड़बड़ी करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, सजा का यह प्रावधान
बिहार लोक सेवा आयोग ने कहा कि है कि परीक्षा को लेकर किसी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर विशेष नजर रखी जाएगी। अगर कोई ऐसा करते पकड़े गए तो उनपर कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही फर्जी प्रश्न वायरल करने वाले गैंग पर भी सोशल मीडिया और अन्य माध्यम से बिहार पुलिस की विशेष टीम नजर रख रही है। साथ ही कदाचार लिप्त पाये जाने पर (इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ या अन्य गतिविधि में संलिप्त) अभ्यर्थी को इस परीक्षा समेत आगामी सभी परीक्षा के लिए 5 साल तक वंचित कर दिया जाएगा। इसके अलावा परीक्षा से जुड़े भ्रामक और सनसनीखेज अफवाह फैलाने वालों को 3 साल के लिए बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं से वंचित कर दिया जाएगा।

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