ब्लाइंड हत्याकांड का पटना पुलिस ने किया खुलासा : 1 जुलाई 2020 को चारों ने वृद्धा की कर दी थी हत्या, अब जाकर 3 हत्यारे समेत 4 गिरफ्तार

फतुहा। बीते वर्ष 2020 के 1 जुलाई को पटना के नदी थाना क्षेत्र के समसपुर स्थित त्रिवेणी संगम के पास चोरों ने घर में घुसकर रेलवे पीडब्लूआई रिटायर्ड इंजीनियर की वृद्ध पत्नी की हत्या कर गहने, मोबाइल व टीवी लूट लिए थे। लेकिन इस बात की जानकारी आसपास के लोगों को भी नहीं लगी थी। ग्रामीणों की जानकारी तब हुई जब वृद्धा के बंद घर से दुर्गंध आने लगी। पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर 4 जुलाई 2020 को उनका शव बरामद किया था। उस समय किसी को नहीं लगा कि इस घर में रहने वाली वृद्धा की हत्या हुई है। लेकिन पुलिस ने जब इस ब्लार्इंड केस में एक साल बाद गहन अध्ययन किया तो पता चला कि वृद्धा की हत्या कर चोरों ने घर में लूटपाट की थी। पुलिस ने उक्त ब्लाइंड हत्याकांड मामले का खुलासा करते हुए तीन हत्यारे समेत चोरी की सामान खरीदने वाले को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार चोरों के पास से दो बाइक, तीन मोबाइल फोन, टीवी व 25 हजार रुपए भी बरामद किया है। गिरफ्तार लोगों में वृद्धा के घर के पड़ोस के ही दीपक साहनी, रोहित डोम, रौशन कुमार और चोरी का टीवी खरीदने वाला सबलपुर के सती चौड़ा का रहने वाला राजा साहनी शामिल हैं। हत्या व लूटपाट करने वालो में त्रिवेणी संगम के ही शामिल छेदी उर्फ रौशन पासवान और छोटू पासवान फरार बताया गया है। डीएसपी राजेश कुमार मांझी ने बताया कि बहुत जल्द ही फरार दोनों हत्यारे व लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
नदी थाना प्रभारी धर्मेंद्र प्रसाद की माने तो मृत वृद्धा 70 वर्षीया लीला चौधरी उस समय अपने घर में अकेली थी, बेड पर बैठ टीवी देख रही थी। उनके देखभाल के लिए रह रहा नवासा अंशु प्रतीक बंगलौर गया हुआ था। एक जुलाई को पांच की संख्या में चोरों ने रात्रि नौ बजे घर के पीछे बाउंड्री फांद कर व शौचालय का गेट तोड़कर उनके घर में घुस गए। टीवी देख रही वृद्धा को अपनी पहचान छिपाने के लिए सबसे पहले बेड पर पटक दिया और दो-तीन लोग उनके हाथ पैर को पकड़ लिया। उसके बाद दीपक साहनी ने तकिया से मुंह को दबाकर मार डाला। इसके बाद सभी ने उनके हाथ में पहने हुए सोने की बाला, गले में पहने हुए लॉकेट निकाल लिए। उनका कीमती मोबाइल व चल रहे टीवी को खोलकर ले भागे।
थाना प्रभारी के मुताबिक, चोरों के सरगना दीपक कुमार ने गहने दो लाख रुपये में बेच दिए थे तथा टीवी को गिरफ्तार राजा के हाथ पांच हजार रुपये में बेच दिया था तथा सभी ने पैसे आपस में बांट लिए थे। लेकिन जब पुलिस ने मृत वृद्धा के घर का बारीकी से निरीक्षण किया तथा टीवी का रिमोट फेंका हुआ मिला तो वृद्धा की हत्या का साक्ष्य मिलने शुरू हो गये। लेकिन जब सबलपुर के बांस तल के एक बेयर गोदाम से हुए केबल चोरी के मामले में छानबीन शुरू किया तो दीपक साहनी का नाम सामने आया। जब दीपक साहनी को त्रिवेणी संगम से गिरफ्तार किया तो वृद्धा की हत्या का भी खुलासा हो गया। दीपक साहनी के निशानदेही पर अन्य तीन को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
विदित हो कि इस संदर्भ में शव मिलने के बाद बंगलौर से लौटे अभियंता नवासा अंशु प्रतीक ने थाने में अज्ञात पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी थी। वृद्धा लीला चौधरी अपने पति के देहांत के बाद नवासा अंशु प्रतीक के साथ ही घर पर रहती थी। अंशु का बंगलौर से आना-जाना लगा रहता था। वृद्धा के पांच बेटे थे, जिसमें दो की मौत हो चुकी है। एक बेटा जर्मनी में रहता है। शेष दो बेटे भी बाहर रहते हैं। वहीं मृत वृद्धा के परिजनों की माने तो घटना के कुछ ही दिन पहले वृद्धा अपने लॉकर से गहने निकाल कर घर लायी थी।

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