आचार संहिता उल्लंघन मामले में दरभंगा की कोर्ट में पेश हुए पप्पू यादव, बोले- एम्स को लेकर गंदी राजनीति कर रही भाजपा

दरभंगा। जन अधिकार पार्टी के मुखिया और पूर्व सांसद पप्पू यादव की दरभंगा कोर्ट में पेशी हुई। आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में वो दरभंगा की अदालत में पेश होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर बात की। उन्होंने जीतनराम मांझी के महागठबंधन से अलग होने पर टिप्पणी की। साथ ही दरभंगा में एम्स निर्माण में बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया। पप्पू यादव के दरभंगा कोर्ट परिसर में पहुंचते ही उनके समर्थकों की भाड़ी भीड़ उमड़ पड़ी। हालांकि पप्पू यादव ने सभी को शांत कर बड़े ही शालीनता के साथ कोर्ट के अंदर गए और अपना बयान अदालत में दर्ज कराया। पप्पू यादव दरभंगा कोर्ट में पेश होने पहुंचे थे। वहां कोर्ट परिसर में जब उनसे सवाल-जवाब किया गया तो उन्होंने कहा कि वे इस मामले में निर्दोष हैं। उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया। वे तो सिर्फ पिछले विधानसभा में अपने पार्टी के उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार करने आए थे। पेशी के बाद सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता लोकतंत्र में नेताओं के बात को दबाने हथियार बन जाता है। चुनाव के बाद लोग ऐसे मुकदमे में परेशान होकर रह जाते हैं। कोर्ट में पेशी के बाद निकलते हुए कहा कि दरभंगा में एम्स निर्माण पर सरकार भेदभाव कर रही है। उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं कि आमलोगों की परेशानी नहीं हो। इस कारण भिन्न भिन्न कारणों से दरभंगा एम्स के निर्माण में बाधा डाल रही है। बिहार सरकार जो भी भूमि एम्स निर्माण के लिए दे रही है उसमें कोई न कोई अड़ंगा लगा कर रिजेक्ट कर दे रही है। इससे इनकी मंशा का अंदाजा लगा सकते हैं। ये केंद्र की सरकार मिथिलांचल के लोगों से धोखा कर रही है।
मांझी पर बोले पप्पू यादव- अवसरवादिता ही राजनेता का काम है, विचारधारा पर राजनीति चलती ही नहीं
पप्पू यादव ने जीतनराम मांझी के महागठबंधन से हटने पर कहा कि नेतागिरी तो कोई अध्यात्म का काम नहीं है। अवसरवादिता ही राजनेता का काम है। अब कोई विचारधारा पर राजनीति चलती ही नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि वे तो कहते हैं कि वे हमसे ज्यादा पढ़े लिखे व्यक्ति हैं। तभी तो उन्हें मुख्यमंत्री भी बनाया गया। लेकिन किसी गठबंधन कोई भी दल रहता है उसकी महत्वकांक्षा रहती है कि सम्मानजनक हिस्सेदारी मिले। जीतनराम मांझी की राजनीति अवसर के हिसाब से है।

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