मसौढ़ी में दो बाइक की आमने-सामने हुई टक्कर, तीन घायल
मसौढ़ी। पटना जिला के मसौढ़ी अनुमंडल क्षेत्र में रविवार की देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा पितामस पथ पर स्थित धनीचक मोड़ के पास उस समय हुआ जब दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों बाइकों के परखच्चे उड़ गए और सवार दूर जा गिरे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, नौबतपुर निवासी मोहम्मद हसन अपनी बाइक से मसौढ़ी की ओर से घर लौट रहे थे, जबकि बैरमचक गांव के राजकुमार बिंद अपने साथी नंदलाल बिंद के साथ पितामस की दिशा से आ रहे थे। जैसे ही दोनों बाइकों ने धनीचक मोड़ के पास मोड़ काटा, सामने से आ रही तेज रफ्तार बाइकों के बीच टक्कर हो गई। इस टक्कर में तीनों सवार—मोहम्मद हसन, राजकुमार बिंद और नंदलाल बिंद गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की आवाज सुनते ही आस-पास के ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों ने घायलों को सड़क से उठाया और तत्काल स्थानीय अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद तीनों की हालत को गंभीर बताते हुए उन्हें पटना रेफर कर दिया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, तीनों को सिर, हाथ और पैर में गहरी चोटें आई हैं और उनमें से एक की स्थिति अत्यंत नाजुक बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि धनीचक मोड़ पर अक्सर सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा इस दिशा में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। न तो मोड़ पर कोई संकेतक बोर्ड है और न ही पर्याप्त स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था, जिससे रात के समय वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। घटना की सूचना मिलते ही मसौढ़ी थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और दुर्घटनाग्रस्त बाइकों को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस का कहना है कि दुर्घटना तेज रफ्तार और मोड़ पर नियंत्रण खोने की वजह से हुई है। हालांकि, पूरी घटना की जांच की जा रही है और घायलों के बयान के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस दुर्घटना के बाद से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उन्होंने मांग की है कि धनीचक मोड़ पर शीघ्र ही यातायात संकेतक लगाए जाएं और सड़क पर रिफ्लेक्टिव चिन्ह तथा स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना एक बार फिर से बताती है कि सड़क सुरक्षा को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में कितनी लापरवाही बरती जा रही है। अगर समय रहते प्रभावी कदम न उठाए गए तो ऐसी घटनाएं दोहराई जाती रहेंगी और निर्दोष लोग यूं ही घायल होते रहेंगे। फिलहाल, घायलों का इलाज पटना के एक निजी अस्पताल में चल रहा है और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।


