मुख्यमंत्री के एमएलसी मौलाना गुलाम रसूल बलियारी ने पीएम मोदी पर किया बड़ा हमला, बाबा रामदेव का बताया आतंकी
नवादा। बिहार की सियासी पारा काफी गर्म है, जहां एक बार फिर से जदयू के वरिष्ठ नेता व एमएलसी मौलाना गुलाम रसूल बलियारी नें पीएम मोदी रामदेव बाबा व बाबा बागेश्वर पर ताबड़तोड़ हमला किया है। उन्होंने खुले मंच से बाबा रामदेव पर निशाना साधा है कहा है कि बाबा रामदेव भारतीय नहीं है। वह सीआईए यह पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा मोहम्मद से उसका कनेक्शन है। इसकी जांच होना चाहिए। और इतनी संपत्ति कहां से आया इसकी भी जांच होना चाहिए। इसकी भी जांच होनी चाहिए। भड़काऊ बयान वही लोग कर सकते हैं। जो संवैधानिक असामाजिक और संसदीय बात कर सकता है। ऐसे व्यक्ति भारत का नहीं हो सकते हैं इसकी पूरी कुंडली निकालकर जांच करना चाहिए। बाबा रामदेव को जो जमीन दिया गया है। और जितना उसका प्रोडक्ट है। और जितने माल दुकान में बेचवा रहा है। वह कहां कहां से बनकर आ रहा है।इसकी भी जांच होनी चाहिए। बिहार के मुस्लिम समुदाय के कद्दावर एमएलसी बलियारी ने दहेज मुक्त कार्यक्रम को लेकर समुदाय के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए और जमकर हुंकार भरा है। बिहार के नवादा में मरकजी इदारा -ए- सरिया बिहार पटना के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जहां नवादा का प्रसिद्ध मदरसा दारुल उलूम फैजुल बारी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शिक्षा जागरूकता व समाज सुधार कार्यक्रम के तहत बलियारी ने सभी लोगों से अपील यह है कि दहेज के बिना शादी कीजिए कोई दहेज लेता है तो उसके बारे में जानकारी होती है तो सोशल मीडिया पर वायरल कीजिए और दहेज लेने वाले लोगों की निगाह में शामिल नहीं होना है। दहेज बहुत ही बुरी चीज है। इससे दूर रहिए।
वही जदयू वरिष्ठ नेता व मुस्लिम समुदाय के कद्दावर नेता एमएलसी ने कहा कि बाबा बागेश्वर को भैहरूपिया, हमारे देश में ऐसे लोगों के लिए जगह नहीं है। वही समारोह के दौरान ही सवाल किया कि बाबा बागेश्वर हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कर रहे हैं। स सवाल पर एमएलसी ने बाबा बागेश्वर को भैरूपिया का नाम दिया है। उन्होंने कहा कि पता नहीं वह कौन है, क्या है, उनके बारे में नहीं जानते, लेकिन हम देश के संविधान और अदालत को जानते, इस तरह के भैरूपिया की जगह हमारे देश में नहीं है। जो कपड़ा और मेकअप करके हमारे देश को गुमराह नहीं कर सकता है। उन्होंने पीएम मोदी पर सवाल उठाते हुए कहा अगर पाकिस्तान से निपटने में आपको डर लग रहा है तो, सिर्फ 30 परसेंट फौज में मुसलमानों को जगह दिया जाए। जब पाकिस्तान मिसाइल बनाकर भारत को दिखा रहा था, तो कोई नागपुर से बाबा जवाब देने नहीं आए थे वह एक मुसलमान के बेटा ही सामने आया था जिसका नाम एपीजे अब्दुल कलाम हैं।