बिहार के बेऊर और हाजीपुर जेल बनेगें आधुनिक, लगेंगे जैमर, जाने पूरा मामला
पटना। बिहार पुलिस को मॉर्डन बनाने के लिए नए तरह के हथियार, वाहन और नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसको लेकर राज्य सरकार कटिबद्ध है। जिसके लिए गृह विभाग ने कुल 14,372.76 करोड़ का प्रावधान किया है। राज्य सरकार बिहार पुलिस को लगातार आधुनिकीकरण की ओर ले जा रही है। इसी कड़ी में बिहार पुलिस के जवानों को आधुनिक हथियारों से लैस किया जाएगा। बिहार पुलिस मुख्यालय के एससीआरबी और मॉडर्नाइजेशन के एडीजी कमल किशोर सिंह ने कहा कि बिहार पुलिस इस वित्तीय वर्ष में देश में बनने वाले ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के हथियार के साथ-साथ विदेशी हथियार भी बाहर से खरीदेगी जो पूरी तरह आधुनिक सुविधा से लैस होगा। बिहार बजट सत्र के दौरान पुलिस से जुड़ी अन्य योजनाओं के लिए भी राशि का बंदोबस्त किया गया है। इसमें से सर्विलांस सिटी योजना के तहत राजधानी पटना में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। जिसके लिए 150 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा।
पुलिस आधुनिकीकरण के लिए सीसीटीएनएस योजना के तहत आगामी वित्तीय वर्ष में 15 करोड़ खर्च किया जाएगा। हालांकि, एडीजी मॉडर्नाइजेशन की माने तो सीसीटीएनएस योजना के तहत बिहार के 800 से ज्यादा थाने एक दूसरे से कनेक्ट हो चुके हैं। इसमें महज कुछ ही काम बचा हुआ इसलिए 15 करोड़ में इसे पूरा किया जाएगा। वही पटना के बेऊर और हाजीपुर जेल में जैमर लगाया जाएगा। इसके लिए 19.52 करोड़ रुपये स्वीकृत की गई है। दरअसल लगातार जिलों से खबर मिल रही थी कि मोबाइल के माध्यम से जेल में बैठे कैदी बाहर अपने गुर्गों का इस्तेमाल रंगदारी और हत्या जैसी वारदातों में कर रहे थे। इसी को रोकने के लिए जेल में जैमर लगाया जाएगा।