बाढ़ एनटीपीसी-‘ऑपरेशन अनंत सिंह’ जारी, ‘माफिया सिंडिकेट’ पर गाज गिरा,ग्यारह अधिकारियों का तबादला,

पटना।सीबीआई द्वारा बाढ़ एनटीपीसी के सरिया घोटाला में एफआइआर दर्ज होने के बाद आज बाढ़ एनटीपीसी से ग्यारह अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार बाढ़ एनटीपीसी में व्याप्त माफिया सिंडिकेट की समाप्ति के उद्देश्य से इन अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है।बताया जाता है कि इस तबादला प्रक्रिया में मुंगेर के सांसद ललन सिंह के ‘प्रभाव’ का भी परिणाम है।जानकार सूत्रों का मानना है कि तबादला किए गए अधिकांश अधिकारी मोकामा विधायक अनंत सिंह के लिए काम करने वाले सिंडिकेट का हिस्सा बन गए थे।ज्ञात हो कि करीब एक पखवारे पूर्व सीबीआई ने बाढ़ एनटीपीसी के सरिया घोटाले मामले में एफआईआर दर्ज किया था।सीबीआई ने बाढ़ के एनटीपीसी सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के अधिकारियों समेत तथाकथित सिंडिकेट चलाने वाले माफिया तत्वों एवं अज्ञात सुरक्षा पदाधिकारियों के विरुद्ध यह मामला दर्ज किया।यह मामला एनटीपीसी परिसर से करोड़ों रुपए के टीएमटी सरिया चोरी हुए जाने से संबंधित है।सीबीआई के द्वारा एफआइआर दर्ज करने के बाद बाढ़ एनटीपीसी में हड़कंप मचा हुआ है।भ्रष्ट अधिकारियों से लेकर सक्रिय माफिया तत्वों बेचैन हो उठे हैं।जानकारों के मुताबिक जिस मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है।वह तो सिर्फ बानगी भर है। जब सीबीआई जांच करेगी तो बाढ़ एनटीपीसी में होने वाले कई तरह के घपले- घोटालों के पर्दाफाश होने की उम्मीद है।जानकार सूत्रों के अनुसार बाढ़ एनटीपीसी में विभिन्न प्रकार के ठेकों पर सक्रिय माफिया सिंडिकेट?जिसके बारे में कहा जाता है कि इस सिंडीकेट को मोकामा विधायक अनंत सिंह का संरक्षण हासिल है,से जुड़े तत्वों पर सीबीआई का गाज गिरना तय है।

सीबीआई ने अपनी प्राथमिक जांच में पाया है कि एक सुसंगठित नेटवर्क द्वारा सुनियोजित साजिश के तहत इस मामले को अंजाम दिया गया था।2007 से 2016 के बीच फर्जी कागजातों और गेट पास के जरिए एनटीपीसी और सीआईएसफ अधिकारियों की सांठगांठ से स्थानीय लोगों द्वारा सरिया को स्टील यार्ड से बाहर निकाला गया था।इस मामले में उस समय एक प्राथमिकी पंडारक थाने में दर्ज की गई थी।सीबीआई के संयुक्त निदेशक ने कुछ सप्ताह पहले पटना पुलिस से मामले में चार्जशीट की कॉपी मांगी थी।उसी समय माना जा रहा था कि सीबीआई इस मामले में एफ़आईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी।उसी मामले को सीबीआई ने अब अपने जिम्मे लिया है। आज अधिकारियों के ट्रांसफर होने के बाद महकमें में तरह-तरह की चर्चाएं उफान पर हैं।

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