बिहार बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी; 89 फीसदी अभ्यर्थियों को मिली सफलता, भोजपुर की नेहा ने किया टॉप

पटना। बिहार में दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री में नामांकन को लेकर आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा -2023 (सीईटी-बीएड) का परिणाम गुरुवार को आ गया है। बीएड और शिक्षा शास्त्री संयुक्त प्रवेश परीक्षा में भोजपुर जिले की नेहा कुमारी ने पूरे बिहार में ओवरआल टॉप किया है। बीएड राज्य नोडल केंद्र ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने ऑनलाइन रिजल्ट प्रकाशित किया। प्रवेश परीक्षा में कुल आवंटित एक लाख 65 हजार 676 अभ्यर्थियों में एक लाख 43 हजार 648 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। यानी 89.66 प्रतिशत अभ्यर्थियों को सफलता मिली है। इसमें महिला वर्ग से परीक्षा में उपस्थित 87 हजार 594 परीक्षार्थियों में 70 हजार 748 को सफलता मिली है। इसी तरह पुरुष वर्ग में उपस्थित 78 हजार 82 अभ्यर्थियों में 72 हजार 900 अभ्यर्थियों ने सफलता का परचम लहराया है। इस साल अनारक्षित वर्ग से परीक्षा में उपस्थित 24 हजार 511 अभ्यर्थियों में 17 हजार 679 सफल घोषित हुए हैं। एसटी वर्ग से 1219 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसमें सर्वाधिक 1092 सफलता हासिल की है। एससी वर्ग से 22 हजार 847 परीक्षार्थी उपस्थित हुए थे। इसमें 19 हजार 452 ने परीक्षा पास की है। ईडब्ल्यूएस श्रेणी से प्रवेश परीक्षा में शामिल 15 हजार 269 अभ्यर्थियों में 14 हजार 291 सफल हुए हैं। इस वर्ष ईबीसी श्रेणी से 46 हजार पांच सौ 89 अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे। इसमें 41 हजार 607 ने सफलता हासिल की है। वहीं बीसी वर्ग से 55 हजार दो सौ 41 अभ्यर्थियों परीक्षा दी थी। इसमें 49 हजार पांच सौ 27 अभ्यर्थियों ने सफलता पाई है, जबकि दो वर्षीय शिक्षा शास्त्री में कुल उपस्थित 194 अभ्यर्थियों में 146 सफल घोषित हुए हैं। इसमें 51 महिला और 95 पुरुष अभ्यर्थी शामिल हैं।
पिछड़ा वर्ग से सर्वाधिक अभ्यर्थियों ने पास की परीक्षा
परीक्षा में पिछड़ा वर्ग श्रेणी के 55 हजार 241 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इसमें सर्वाधिक 49 हजार 527 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। दूसरे नंबर पर अत्यंत पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी रहे। अत्यंत पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों ने परीक्षा पास की। तीसरे स्थान पर सामान्य (अनारक्षित) वर्ग के अभ्यर्थी रहे। अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों का भी दबदबा रहा।

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