पत्रकार हत्याकांड मामले में चार आरोपी गिरफ्तार, मुख्यमंत्री ने दिए थे त्वरित कार्रवाई के निर्देश

अररिया। बिहार के अररिया जिलें में दैनिक अखबार के पत्रकार विमल यादव हत्याकांड में 4 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार देर रात विवाह पुलिस मैन का में की टीम ने छापेमारी कर इस मामले में चार आरोपी को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने पत्रकार को घर से बुलाकर गोली मारी थी। अररिया जिले के रानीगंज में शुक्रवार की सुबह बेखौफ अपराधियों ने सनसनीखेज कांड को अंजाम दिया। अपराधियों ने रानीगंज के एक दैनिक अखबार के रिपोर्टर विमल कुमार यादव की गोली मार कर हत्या कर दी। अपराधियों ने पहले सुबह-सुबह उनके घर का दरवाजा खटखटाया और आवाज देकर बाहर बुलाया। जैसे ही ही विमल घर का दरवाजा खोल कर बाहर निकले, बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। इससे दो साल पहले इनके सरपंच भाई की भी इसी तरह बदमाशों ने हत्या कर दी थी। उनके मर्डर केस में विमल मुख्य गवाह थे। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि मुख्य गवाह होने के कारण बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी। विमल को बदमाशों ने कई बार गवाही देने से रोकने की कोशिश की थी। वहीं, इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि, यह घटना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘मैंने अधिकारियों से इसे देखने को कहा है। जल्द एक्शन भी दिखेगा।’ जिसके बाद अब अररिया पुलिस ने इस मामले में एक्शन लेते हुए 4 मुख्य आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। इधर, इस मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने अररिया में पत्रकार हत्या मामले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सरकार अपराधियों के आगे घुटने टेक चुकी है। नीतीश कुमार ने सत्ता में बने रहने के लिए क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म, यानी ‘ट्रिपल सी’ से समझौता कर लिया है। वे अपराध रोकने की इच्छा-शक्ति खो चुके हैं। जो सरकार अपराधियों की जाति और धर्म देख कर कार्रवाई करती है, वह राज धर्म का पालन नहीं कर सकती।

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