श्रावणी मेला में बांका में श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम, 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं, बनाए गए 16 चिकित्सा केंद्र

बांका। श्रावणी मेला का आयोजन हर वर्ष पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ किया जाता है, और इसमें लाखों श्रद्धालु कांवर लेकर विभिन्न स्थानों से बाबाधाम देवघर की ओर रवाना होते हैं। इस वर्ष श्रावणी मेला 11 जुलाई से आरंभ हो रहा है और 9 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान बिहार के बांका जिले से होकर गुजरने वाला कांवरिया मार्ग अत्यधिक भीड़-भाड़ वाला हो जाता है। इसी को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इस बार विशेष स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सके।
16 स्थानों पर अस्थायी चिकित्सा राहत केंद्र
बांका जिले के कांवरिया मार्ग पर कुल 65 किलोमीटर क्षेत्र में 16 स्थानों पर अस्थायी चिकित्सा राहत केंद्र बनाए गए हैं। ये केंद्र कांवरिया मार्ग के अलग-अलग हिस्सों में स्थित हैं, ताकि किसी भी स्थान से लोगों को जल्द से जल्द चिकित्सा सुविधा मिल सके। ये केंद्र 24 घंटे संचालित रहेंगे और इनमें डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
स्वास्थ्य सुविधा के लिए प्रमुख स्थान
बेलहर क्षेत्र में धौरी धर्मशाला, शिवलोक रैन सेंटर, जमुई धर्मशाला और जिलेबिया धर्मशाला में चिकित्सा केंद्र बनाए गए हैं। चांदन क्षेत्र में दांडी घुटिया सामुदायिक भवन, सूईया धर्मशाला, अबरखा धर्मशाला, तीन सिमानी, हरखार धर्मशाला, स्व. उपकेंद्र गोडियारी और झाझा धर्मशाला को राहत केंद्र बनाया गया है। वहीं, कटोरिया क्षेत्र में दलसिंह सराय धर्मशाला, मेला नियंत्रण कक्ष, कांवरिया धर्मशाला, छपरिया धर्मशाला, इनारावरण धर्मशाला और भूतनाथ धर्मशाला में भी अस्थायी चिकित्सा केंद्र बनाए गए हैं।
आवश्यक दवाओं की व्यवस्था और स्वास्थ्यकर्मी तैनात
इन चिकित्सा केंद्रों पर 121 प्रकार की जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इनमें कुत्ता या सर्पदंश की दवाएं भी शामिल हैं, जो जंगल या ग्रामीण क्षेत्रों से गुजरने वाले कांवरियों के लिए अत्यंत जरूरी हैं। कुल 34 डॉक्टर, 165 पारा मेडिकल कर्मी, 16 औषधि निरीक्षक, एक खाद्य निरीक्षक और 12 फार्मासिस्ट की ड्यूटी इन केंद्रों पर लगाई गई है। सभी को निर्देश दिए गए हैं कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
स्थायी स्वास्थ्य केंद्र भी रहेंगे सक्रिय
बांका जिला प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि अस्थायी केंद्रों के अलावा बेलहर, चांदन के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और कटोरिया रेफरल अस्पताल भी 24 घंटे सक्रिय रहेंगे। इन अस्पतालों में भी एंबुलेंस सहित आवश्यक उपकरण और दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
समर्पण और सुरक्षा का संकल्प
श्रावणी मेला के दौरान कांवरियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए यह व्यापक प्रबंध न केवल प्रशासन की तत्परता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे श्रद्धा और समर्पण से भरे इस धार्मिक आयोजन को सुरक्षित और सुव्यवस्थित रूप में संपन्न किया जा सकता है। कांवरियों की सुविधा के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं ताकि वे अपने धार्मिक यात्रा को निर्विघ्न रूप से पूरा कर सकें। यह व्यवस्थाएं यह सुनिश्चित करती हैं कि श्रद्धालु न केवल आस्था और भक्ति के साथ यात्रा करें, बल्कि सुरक्षा और स्वास्थ्य की दृष्टि से भी उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
