October 28, 2025

पीएम मोदी में 17वें रोजगार मेले में 51 हजार से अधिक युवाओं को सौंपा नियुक्ति पत्र, दिल्ली में हुआ वर्चुअल कार्यक्रम

नई दिल्ली। नई दिल्ली में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों का द्वार खोलते हुए 17वें रोजगार मेले का उद्घाटन किया। इस वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान उन्होंने 51 हजार से अधिक नवनियुक्त युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार युवाओं को सशक्त बनाने के मिशन पर कार्य कर रही है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि भारत आज दुनिया का सबसे युवा राष्ट्र है और उसके युवाओं की ऊर्जा, नवाचार और मेहनत ही देश की सबसे बड़ी ताकत है।
युवाओं को समर्पित सरकार की नीति
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार की नीतियां पूरी तरह से युवाओं को केंद्र में रखकर बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत की विदेश नीति से लेकर निवेश नीति तक हर कदम युवाओं के हितों को ध्यान में रखकर उठाया जा रहा है। विदेशों के साथ भारत के जो भी समझौते हो रहे हैं, वे न केवल आर्थिक दृष्टि से लाभकारी हैं, बल्कि इनसे देश में युवाओं के लिए नए प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर भी बन रहे हैं। पीएम मोदी ने बताया कि अब तक देशभर में आयोजित विभिन्न रोजगार मेलों के माध्यम से 11 लाख से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल रोजगार प्रदान करने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में एक ठोस कदम भी है।
युवाओं की ताकत है देश की असली संपत्ति
प्रधानमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की सबसे बड़ी पूंजी उसका युवा वर्ग है। उन्होंने कहा कि हमारे देश की युवा पीढ़ी में जितनी ऊर्जा और प्रतिभा है, उतनी शायद किसी अन्य देश में नहीं। यह वही ताकत है जिसके बल पर भारत आज वैश्विक मंच पर नई पहचान बना रहा है। मोदी ने कहा कि भारत के युवा अब सिर्फ नौकरियों के लिए नहीं, बल्कि रोजगार सृजन के लिए भी आगे आ रहे हैं। स्टार्टअप और नवाचार के क्षेत्र में भारतीय युवाओं ने दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। सरकार की नीतियों का उद्देश्य उन्हें जरूरी संसाधन और अवसर प्रदान करना है ताकि वे अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग कर सकें।
वैश्विक साझेदारी से खुल रहे रोजगार के नए रास्ते
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत ने हाल के वर्षों में कई देशों के साथ निवेश और सहयोग के समझौते किए हैं। इनमें ब्राजील, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, कनाडा और कई यूरोपीय देश शामिल हैं। इन साझेदारियों के माध्यम से न केवल विदेशी निवेश बढ़ रहा है, बल्कि देश में हजारों नए रोजगार भी सृजित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे समझौते भारत के युवाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अवसर पैदा कर रहे हैं। अब भारतीय युवा न केवल देश के भीतर, बल्कि विदेशों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। मोदी ने कहा कि इन समझौतों से भारत का निर्यात भी मजबूत होगा, जिससे औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं को व्यापक स्तर पर रोज़गार के अवसर मिलेंगे।
जीएसटी सुधारों से बढ़ेगा विकास और रोजगार
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में जीएसटी सुधारों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में की गई जीएसटी दरों में कमी एक बड़ा सुधार है, जो देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे रही है। इससे न केवल आम लोगों की बचत बढ़ी है, बल्कि यह उद्योगों और व्यापारों को भी गति दे रहा है। उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों से रोजगार और विकास के नए रास्ते खुल रहे हैं। सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर नीति, हर सुधार का सीधा लाभ आम जनता तक पहुंचे और रोजगार के नए अवसरों का सृजन हो।
आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और कदम
पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार का लक्ष्य भारत को ‘विकसित राष्ट्र’ बनाने का है, और इसमें युवाओं की भूमिका सबसे अहम है। उन्होंने कहा कि रोजगार मेलों का उद्देश्य केवल नौकरियां देना नहीं है, बल्कि युवाओं को आत्मविश्वास और नई दिशा देना भी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत स्टार्टअप्स, डिजिटल टेक्नोलॉजी, निर्माण और सेवा क्षेत्रों में विश्व स्तर पर पहचान बना चुका है। यही वह दौर है जब भारतीय युवाओं को अपने सपनों को साकार करने के लिए हरसंभव अवसर मिल रहे हैं।
अंत में प्रधानमंत्री का संदेश
अपने संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने नवनियुक्त युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे देश के विकास की नई कहानी लिखने वाले नायक हैं। उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति पत्र केवल नौकरी का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह देश की उम्मीदों और आकांक्षाओं का प्रतीक है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करें और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान दें। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब देश का युवा सशक्त होता है, तो देश अपने आप मजबूत बन जाता है। इस तरह 17वां रोजगार मेला न केवल युवाओं के लिए नए अवसर लेकर आया, बल्कि इसने यह संदेश भी दिया कि भारत की विकास यात्रा में युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है।

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