पटना में तकनीकी चयन आयोग द्वारा कल निकाले गए संशोधित आदेश को जलाकर ANM ने अपने गुस्से का इजहार किया

  • वर्षों से अनुबंध पर कार्यरत ANM को बिना परीक्षा लिए हुए काउंसलिंग कराते हुए स्थाई नियुक्ति करने की मांग को लेकर आज 13वें दिन भी गर्दनीबाग मे डटी रही : संविदा एएनएम संघर्ष मोर्चा

पटना। गर्दनीबाग पटना मे अनिश्चित कालीन हड़ताल मे शामिल ANM बिहार तकनीकी चयन आयोग द्वारा निकाले गये संशोधित विज्ञापन को जलाकर अपने गुस्सा का इजहार किया और कहा कि यह हम लोगों के साथ धोखा है। 2020 मे चुनाव के समय महागठबंधन के घोषणा पत्र में वादा किया गया था कि सभी संविदा कर्मियों को स्थाई किया जाएगा पर तेजस्वी यादव के उपमुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद बरसों से कार्यरत ANM की सेवा स्थाई नहीं कर परीक्षा की बात कर रही है यह सरासर हम संविदा कर्मियों के साथ धोखा है। बिहार के विभिन्न जिलों से सैकड़ो ANM सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बता दे की अनिश्चितकालीन हड़ताल का मुख्य केंद्र गर्दनीबाग, पटना में महासंघ (गोप गुट) के अध्यक्ष निरंजन कुमार सिन्हा एवं बिहार चिकित्सा एवं जन स्वस्थ्य कर्मचारी संघ के महामंत्री कृष्णनंदन सिंह सहित अन्य कई संघ-महासंघ के नेता पहुंचकर ANM के सभा को संबोधित किया। नेताओं ने आगे कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार नारी शक्ति वंदन स्कीम लाकर महिलाओं को आगे बढ़ाने एवं चुनावी वर्ष में लुभाने का काम कर रही है। वही बिहार सरकार महिला सशक्तिकरण के नाम पर महिला ANM के साथ धोखा कर रही है और बरसों से कार्यरत ANM को स्थाई करना नहीं चाह रही है। वही वर्ष 2018 में ANM नियमावली गठित होने के पश्चात हजारों नियुक्तियां हुई है तथा उसी नियमावली के अनुसार वर्ष 2022 में विज्ञापन संख्या 7/2022 बिहार तकनीकी चयन आयोग के माध्यम से 10709 पदों पर ANM की वैकेंसी निकाली गई और उस आवेदन का स्क्रूटनी भी की गयी तथा अभ्यर्थियों से सूची प्रकाशित कर आपत्ति भी मांगे गए। लेकिन, अचानक राज्य सरकार द्वारा मई 2023 में वर्ष 2018 से गठित पूर्व की नियमावली को रद्द कर नई नियमावली वर्ष 2023 गठित कर दिया गया और इस आधार पर बिहार तकनीकी चयन आयोग द्वारा कल दिनांक 19 सितंबर 2023 को एक नया विज्ञापन (संशोधित विज्ञापन ) जारी कर दिया गया इस तरह नई नियमावली के अनुसार परीक्षा लेना और साथ ही साथ पुराने वैकेंसी में ही नए लोगों से पुन: आवेदन लेने का और नए लोगों को अवसर देने की बात करना बरसों से कार्यरत ANM के साथ अन्याय है। बिहार संविदा ANM संघर्ष मोर्चा के नेताओं ने कहा कि लगता है स्वास्थ्य विभाग का मानसिक स्वास्थ्य खुद ख़राब हो गया है अब इनको इलाज की जरुरत हो गया है। उन्होंने आगे कहा कि हम लोग शांति से बैठने वाली नहीं है, हम लोग भी आंदोलन को और तेज करेंगे तथा कल सभी जिलों में तकनीकी चयन आयोग द्वारा निर्गत संशोधित विज्ञापन को जलाया जाएगा एवं जिला स्तर पर भी आंदोलनात्मक कार्यक्रम निर्धारित किया जाएगा।

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