जदयू कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर से बिहार की राजनीति हुई तेज, अंबेडकर को विधिकार तो नीतीश को बताया गया नीतिकार

पटना। 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती है। जदयू के तरफ से इस बार भव्य तरीके से जयंती का कार्यक्रम मनाया जाएगा। भीम चौपाल पंचायत स्तर पर 14 अप्रैल को लगाने की तैयारी है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती को लेकर पार्टी कार्यालय का पोस्टर भी बदल गया है। पोस्टर में जहां बाबा साहब को विधिकार दिखाया गया है तो वहीं नीतीश कुमार को नीतिकार बताया गया है। मिशन 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर जदयू के तरफ से महापुरुषों की जयंती और पुण्यतिथि पहली बार भव्य तरीके से मनाए जा रहे हैं। इससे पहले कर्पूरी जयंती, महाराणा प्रताप स्मृति समारोह और सम्राट अशोक जयंती के कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। अब भीमराव अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को मनाने की जोर शोर से तैयारी जदयू की तरफ से हो रही है। पार्टी कार्यालय का पोस्टर भी बदल गया है। एक तरफ बाबा साहब की तस्वीर लगी है तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार की बाबा साहब विधिकार हैं तो नीतीश कुमार नीतिकार
अंबेडकर जयंती को लेकर जदयू कार्यालय का बदला पोस्टर
भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी को कार्यक्रम आयोजन की जिम्मेदारी दी गई है। 14 अप्रैल को पंचायत स्तर पर भीम चौपाल का कार्यक्रम होगा। वहीं 13 अप्रैल को शाम में दीपोत्सव मनाया जाएगा। पार्टी कार्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
बिहार में 16% से अधिक दलित वोट बैंक माना जाता है और उस पर हर पार्टी के तरफ से अपनी दावेदारी हो रही है। जदयू भी 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर दलित वोट बैंक बनाने में लगी है। बिहार में लोकसभा के 40 सीट हैं और उसमें से 6 सीट रिजर्व है। ऐसे तो 243 विधानसभा में 40 सीट रिजर्व है और इसलिए जदयू बाबा साहब की जयंती पर इस बार इतने बड़े स्तर पर कार्यक्रम करने जा रही है। पहले पार्टी कार्यालय में ही जयंती मना कर खानापूर्ति कर लिया जाता था लेकिन चुनाव को लेकर पार्टी की इस बार अलग रणनीति तैयार हुई है।
