प्रदेश में वज्रपात के साथ तेज बारिश का अलर्ट, आंधी के साथ चलेगी तेज हवाएं, लोग रहें सावधान

पटना। बिहार में मौसम का मिजाज एक बार फिर बिगड़ गया है। मौसम विभाग ने राज्य के सभी 38 जिलों के लिए वज्रपात और तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को जारी इस चेतावनी में बताया गया है कि राज्य के कई हिस्सों में तेज आंधी के साथ भारी वर्षा और बिजली गिरने की संभावना है। इसके चलते लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
27 जिलों में तेज हवा के साथ ऑरेंज अलर्ट
राज्य के 27 जिलों में 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी दी गई है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं बाकी 11 जिलों में 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है और वहां यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
सुपौल में भारी नुकसान, एक की मौत
सुपौल जिले में मंगलवार सुबह तेज बारिश और आंधी के कारण कई जगहों पर पेड़ गिरने की खबर है। बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिनमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इसके अलावा मधेपुरा, भागलपुर समेत कई जिलों में बीते 24 घंटे के दौरान तेज बारिश हुई है। भागलपुर में ओले भी गिरे हैं, जिससे फसल को नुकसान हुआ है।
उत्तर और पूर्वी बिहार में साइक्लोन का असर
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर और पूर्वी बिहार के ऊपर साइक्लोन सिस्टम एक्टिव है, जिसका असर अगले दो दिनों तक बना रहेगा। इसके चलते इन इलाकों में आंधी और बारिश की स्थिति बनी रहेगी। सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, बक्सर, भोजपुर, रोहतास और वैशाली में हल्की बारिश की संभावना है। इन जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
अन्य प्रभावित जिले और तापमान में गिरावट
मधुबनी, अररिया, किशनगंज, जमुई, मुंगेर, खगड़िया और बांका जिलों में भी यलो अलर्ट के तहत बारिश की चेतावनी दी गई है। दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और गोपालगंज में सुबह हल्की बारिश दर्ज की गई, जबकि पटना के कुछ इलाकों में बादल छाए रहे पर बारिश नहीं हुई। तापमान में भी गिरावट देखने को मिली है। रोहतास 39.2 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म रहा, जबकि पटना का तापमान 32.5 डिग्री तक पहुंच गया।
कोसी बराज से छोड़ा गया पानी
नेपाल के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश का असर कोसी नदी पर भी पड़ा है। सोमवार शाम को कोसी बराज के 56 में से 14 फाटक खोल दिए गए और 58,770 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यह पानी करीब 72 से 90 घंटे में कुरसेला के रास्ते गंगा नदी में पहुंचेगा।
किसानों और आम लोगों को सावधानी बरतने की सलाह
मौसम विभाग ने किसानों को खेतों में काम करते समय सतर्क रहने की सलाह दी है। बिजली चमकने की स्थिति में मोबाइल, ट्रैक्टर, पंपसेट जैसी धातु की चीजों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। साथ ही आम नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे बिना आवश्यक कारणों के घर से बाहर न निकलें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
इस साल जल्दी आ सकता है मानसून
मौसम विभाग का कहना है कि इस वर्ष मानसून सामान्य समय से पहले आ सकता है। 27 मई को दक्षिण-पश्चिम मानसून के केरल पहुंचने की संभावना जताई गई है, जबकि सामान्यत: यह 1 जून को पहुंचता है। अगर ऐसा होता है तो यह 16 सालों में सबसे जल्दी आने वाला मानसून होगा। मानसून की जल्दी दस्तक से खेती और मौसम दोनों पर बड़ा असर पड़ सकता है।
