मेट्रो पिलरों पर इश्तेहार सटने वाले हो जाए सतर्क, पकडे जाने पर जुर्माना व क़ानूनी कारवाई

पटना। बिहार सरकार राजधानी पटना में मेट्रो का निर्माण करवा रही है। जिसका निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। पटना मेट्रो ने आदेश जारी किया है की पटना मेट्रो के पिलर पर बिना अनुमति के पोस्टर चिपकाना गलत है। मेट्रो के कार्य स्थल पर जहां-तहां पिलर व बैरिकेड पर पोस्टर या इश्तेहार चिपकाना लोगों को अब महंगा पड़ेगा। ऐसे लोगों के खिलाफ पटना मेट्रो कार्रवाई शुरू करेगी। वही पोस्टर चिपकाने या कुछ लिखने वाले संस्थान के संचालकों पर भी कार्रवाई की जाएगी। यदि नोटिस के बाद भी पोस्टर को नहीं हटाया गया तो उनसे जुर्माना भी वसूला जाएगा। बता दे की लोग अनावश्यक रूप से मेट्रो के पिलर पर लोग नोटिस चिपका देते हैं या कुछ लिख देते हैं। इससे सफाई कर्मियों को भी परेशानी होती है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई होंगी ताकि आगे से पोस्टर चिपकाने की प्रक्रिया पर रोक लग सके। परियोजना टीम द्वारा किये जा रहे कार्यों को बिना नागरिकों के सहयोग से सफल नहीं हो पाएगा। चेतावनी देने और चिन्हित करने के लिए बैरिकेड्स का उपयोग किया जाता है। पटना मेट्रो के अधिकारीयों का कहना है की कॉलम, बोर्ड, खम्भों तथा बैरिकेड्स पर पोस्टर एवं पैम्फ्लेट्स लगाना, बैरिकेड्स के आसपास कूड़ा फेंकना, बैरिकेड्स एवं चेतावनी सूचक चिन्हों पर थूकना, उसकी शोभा को ख़राब करते हैं। सरकारी संपत्ति पर बिल्स व पोस्टर चिपकना या किसी प्रकार की पेंटिंग करना कानूनन भी गलत है और इसके लिए कानून में सजा का भी प्रावधान है। वही इस प्रकार की किसी भी हरकत से निबटने के लिए पटना मेट्रो द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पटना मेट्रो द्वारा लोगों से किया गया अपील
पटना मेट्रो रेल परियोजना में गुणवत्ता के साथ सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। जहां मेट्रो के स्टाफ और कार्मियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। वहीं पटना के नागरिकों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा गया है। मेट्रो के साथ-साथ आम लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझने की ज़रूरत है। ऐसा हमेशा देखा गया है कि बैरिकेडिंग या अन्य स्थानों पर जंहा सुरक्षा निर्देश लिखे होते हैं वंहा पर लोग पान-गुटखा की पीक मारकर गन्दा कर देते हैं, जिस कारण लोग सुरक्षा निर्देश नहीं पढ़ पाते है। इतना ही नहीं बिल्स एवं पोस्टर्स चिपका कर सुरक्षा सम्बन्धी निर्देशों के साथ भी खिलवाड़ किया जाता हैं। पटना मेट्रो परियोजना ने शहर के नागरिकों से अपील करते हुए कहा है की इस प्रकार की हरकतों से खुद की सुरक्षा के साथ न खेलें और अपने शहर को गन्दा न करें। ऐसा करना कानूनन भी गलत है और इसके लिए कानून में सजा का भी प्रावधान है।
