आरसीपी के अभियान पर बोले ललन- हम एक व्यक्ति पर नहीं जाते, बिहार को विशेष दर्जा मिले

पटना। जदयू के दो वरिष्ठ नेताओं और सीएम नीतीश के करीबी केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बीच विवाद गहराया हुआ है। शुक्रवार को आरसीपी सिंह ने ऐलान किया था कि सीएम नीतीश के जन्मदिन 1 मार्च से अगले एक साल तक पूरे बिहार में अभियान चलाएंगे और चार लाख लोगों को पार्टी से जोड़ेंगे। हालांकि इस दौरान उनसे सवाल किया कि इस अभयान का नेतृत्व कौन करेंगे तो उन्होंने इस पर कहा कि मैं हूं तो और कौन करेगा। इस दौरान उनके शब्दों में अहंकार स्पष्ट रूप से दिखा।
हम एक व्यक्ति पर नहीं जाते
अब इसके ठीक अगले दिन शनिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बिना नाम लिए साफ कर दिया कि आरसीपी सिंह ने कौन से अभियान चलाने की बात कही है, वे ही बताएंगे। हम एक व्यक्ति पर नहीं जाते है, यह उनकी राय हो सकती है, लेकिन पार्टी की जो राय है वह साफ है। वहीं पार्टी में कन्फयूजन के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब कोई कन्फयूजन नहीं है। पार्टी के नेता नीतीश कुमार हैं, वह जो बोलेंगे पार्टी के पदाधिकारी वही न जानेंगे। कोई कुछ बोल दे, हम ही कुछ बोल दें तो उसका कोई मतलब थोड़े ही है। जहां तक पार्टी के संगठन का काम है तो यह चल रहा है। प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा इसको लेकर रात-दिन मेहनत कर रहे हैं। पार्टी संकल्पित है कि हमारे यहां नेता एक हैं वो नीतीश कुमार है। जो लोग पार्टी के लिए समर्पित हैं उन्हें पूर्ण सम्मान और जिम्मेदारी मिलेगी। नीतीश कुमार में सबकी आस्था है।
बिहार को विशेष दर्जे की आवश्यकता
ललन सिंह ने कहा कि जहां तक बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की बात है तो हम खिड़की और दरवाजा नहीं जानते हैं, लेकिन बिहार को विशेष दर्जे की आवश्यकता है और इसकी मांग राज्य सरकार ने भी की है एवं बिहार सरकार के योजना एवं विकास विभाग के मंत्री ने विस्तृत पत्र भी लिखा है। कहा कि हमलोगों की यह मांग बहुत पुरानी मांग है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए और हमलोग प्रधानमंत्री से मांग कर रहे हैं कि विशेष दर्जा मिले। अगर विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो बिहार कई मामलों में तरक्की कर सकता है। उद्योग के क्षेत्र में हम विकसित हो सकते हैं। उद्योग धंधे जब स्थापित होंगे तो स्वभाविक तौर पर नौजवानों को युवाओं को रोजगार मिलेगा।
लालू के बयान को तरजीह नहीं देने की कही बात
ललन सिंह ने अपने बयान में लालू यादव के सीएम नीतीश कुमार के ऊपर दिए बयान पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि उनकी ये आदत है। उनके उलूल जूलूल बयान को तरजीह नहीं देनी चाहिए। वहीं मुंगेर रेल पुल पर बयान देते हुए कि लालू यादव जब रेल मंत्री थे इस पुल का निर्माण नहीं हुआ। उसमें उनको राजनीति दिख रही थे लेकिन एनडीए सरकार में पुल बना तो भागलपुर, खगड़िया और मुंगेर के लोगों को फायदा हुआ है।
