मनीष हत्याकांड का खुलासा : ओरिजनल ज्वेलरी समझ की थी ज्वेल कार्ट में लूट, तीन गिरफ्तार, 7 दिन में 3 घटना को दिया अंजाम

पटना। कंकड़बाग के ज्वेल कार्ट में आर्टिफिशियल ज्वेलरी की हुई लूट और काम करने वाली सेल्स गर्ल के पति की गोली मारकर हत्या मामले का पटना पुलिस ने घटना के तीसरे दिन खुलासा कर दिया है। इस मामले में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें 2 सगे भाई हैं। बता दें बीते 26 दिसंबर की रात अपराधियों ने कंकड़बाग स्थित ज्वेल कार्ट में आर्टिफिशियल ज्वेलरी लूटने के साथ ही वहां काम करने वाली सेल्स गर्ल खुशबू के पति मनीष कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
अपराधियों में दो सगे भाई
कांड का खुलासा करते हुए पटना एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में धनरुआ का रहने वाला शंकर और गणेश, ये दोनों सगे भाई हैं। तीसरा साथी कन्हैया उर्फ शाहरुख है, जो नवादा का रहने वाला है। तीनों को कंकड़बाग इलाके से ही गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से लूट की आर्टिफिशियल ज्वेलरी, 2 पिस्टल, 3 मैगजीन, 7 गोली और वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद की गई है। इन सभी के खिलाफ ठोस सबूत हैं। इन्हें सख्त सजा दिलाई जाएगी।
ओरिजनल ज्वेलरी समझ की लूटपाट
पुलिस के मुताबिक, अपराधियों को नहीं पता था कि ज्वेल कार्ट में सिर्फ आर्टिफिशियल ज्वेलरी बिकती है। ओरिजनल ज्वेलरी समझ कर ये अपराधी वहां लूटपाट करने गए थे। वहां काम करने वाली खुशबू और दूसरे सेल्स मैन के साथ ये अपराधी उलझ चुके थे। तभी प्रतिदिन की तरह अपनी पत्नी खुशबू को लेने मनीष पहुंचा था। अपनी पत्नी को बचाने के लिए अंदर गया तो इसी बीच अपराधी शाहरूख ने उसे गोली मार दी। जिससे मौके पर ही मनीष की मौत हो गई। घटना के बाद ज्वेल कार्ट में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला गया तो अपराधी और उनकी गतिविधियां साफ तौर पर दिखी।
7 दिनों में 3 घटना को दिया अंजाम
एसएसपी के अनुसार बीते 18 दिसंबर की रात इन गिरफ्तार अपराधियों ने अनीसाबाद में वैष्णवी ज्वेलर्स में लूटपाट की थी। वहां भी गोली चलाई थी। साथ में एक महिला ग्राहक के गले से सोने की चेन लूटी थी। वहां के फुटेज को भी खंगाला गया था। इसके बाद 21 दिसंबर को कंकड़बाग में कॉलोनी मोड़ के पास लूटपाट के दौरान आॅटो में सवार एक किन्नर की गोली मारकर हत्या की गई थी। उसके बाद 26 दिसंबर की रात कंकड़बाग स्थित ज्वेल कार्ट में वारदात को अंजाम दिया। इन तीनों ही वारदातों में एक बात बहुत मिलती-जुलती थी कि गोली बहुत हड़बड़ी में चलाई गई थी। इसी आधार पर जांच आगे बढ़ी और फिर तीनों अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
40 महीने बाद जेल से बाहर आए थे अपराधी
पुलिस के अनुसार, साल 2018 में कंकड़बाग में क्विक मोबाइल के जवान को इन्हीं अपराधियों ने गोली मारी थी। जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। 40 महीने तक जेल में रहे। हाल ही में एक-एक कर ये अपराधी जेल से छुटकर बाहर आए। इसके बाद फिर से आपराधिक वारदातों को अंजाम देने लगे। किन्नर को गोली मारने वाला इनका साथी अमित पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

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