आपदा समय में दुबई में रहकर भी मदद को आगे आया आसिफ कमाल फाउंडेशन

पटना। देश में कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के बीच युवा आसिफ कमाल हजारों लोगों को राशन उपलब्ध कराकर साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल ही नहीं पेश की है बल्कि वह एक प्रेरक के रूप में बिहारियों के बीच उभरा है। आसिफ ने अभी तक दस हजार लोगों को राशन वितरित किया है। सुपौल के रहने वाले कमाल ने आसिफ कमाल नामक फाउंडेशन की स्थापना की है। कमाल इस फाउंडेशन के माध्यम से हजारों लोगों को सदस्य बनाकर अधिक से अधिक मदद करने का प्रयास किया है।

कमाल इस समय दुबई में रहकर भी ट्वीट के माध्य्म से लोगों की मदद करा रहे हैं। देश की ग्रामीण क्षेत्रों के सशक्तिकरण का सपना देखने वाले कमाल ने लॉक डाउन में मानवता को ध्यान में रखकर नेक काम करने का बीड़ा उठाया है। कमाल का अपना कॉल सेंटर दुबई और नोएडा में काम कर रहा है। सुपौल जिला के एक छोटे से गांव कदमपुरा में जन्मे आसिफ कमाल ने बताया कि स्वास्थ सेवाएं उनकी प्राथमिकता है, उनका मानना है कि जब ग्रामीण भारत सशक्त बनेगा, तब पूरा देश सशक्त बनेगा। जब देश में तालाबंदी की घोषणा की गयी। उसके बाद से ही आसिफ कमाल फाउंडेशन ने सक्रिय भूमिका निभाते हए लोगों की मदद शुरू कर दी। दिल्ली, पंजाब और अन्य राज्यों में जो मजदूर फंसे हुए है, उनकी हर संभव मदद कर रहे हैं।

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