October 28, 2025

कंगन घाट पर छठ का गंगाजल लाने गया युवक लापता, एसडीआरएफ का सर्च ऑपरेशन जारी, मचा कोहराम

पटना। पटना सिटी के कंगन घाट से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां छठ पूजा के पहले दिन गंगा नदी से जल लेने गया एक 18 वर्षीय युवक घनश्याम कुमार रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया। यह घटना शनिवार सुबह उस समय घटी जब पूरे शहर में लोक आस्था के पर्व छठ की तैयारियां जोरों पर थीं और श्रद्धालु नहाय-खाय की परंपरा निभाने घाटों की ओर उमड़ रहे थे।
नहाय-खाय के दिन घटी दुर्घटना
घनश्याम कुमार, जो बाहरी बेगमपुर स्थित जगदीश पार्क का निवासी बताया जा रहा है, अपनी मां अंजू देवी के साथ कंगन घाट पहुंचा था। छठ पर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है, जिसमें श्रद्धालु गंगा स्नान कर शुद्ध जल अपने घर ले जाते हैं। इसी परंपरा के तहत अंजू देवी और उनका पुत्र घनश्याम भी गंगाजल लेने घाट पर पहुंचे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घनश्याम पिलर संख्या 199 के पास गंगा में नहाने के लिए उतरा था। तभी अचानक नदी के तेज बहाव में संतुलन बिगड़ने से वह बह गया।
मौके पर मचा अफरा-तफरी
जैसे ही लोगों ने युवक को गंगा के तेज बहाव में बहते देखा, घाट पर अफरा-तफरी मच गई। वहां मौजूद श्रद्धालुओं ने शोर मचाकर लोगों को सचेत किया और तुरंत घाट पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों को सूचना दी। मौके पर तैनात एसडीआरएफ की टीम ने बिना देर किए सर्च ऑपरेशन शुरू किया। गोताखोरों की एक टीम नदी में उतर गई और कई घंटों तक तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन शाम तक युवक का कोई पता नहीं चल सका।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
घनश्याम की मां अंजू देवी और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार को उम्मीद थी कि वह किसी तरह मिल जाएगा, लेकिन लगातार कई घंटों तक कोई सफलता नहीं मिलने से माहौल गमगीन हो गया। परिजन बार-बार घाट के किनारे जाकर बेटे की तलाश में मदद की गुहार लगा रहे हैं। वहीं स्थानीय लोग भी खोजबीन में सहयोग कर रहे हैं।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
घटना की जानकारी मिलते ही चौक थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी मनजीत ठाकुर ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि परिजनों के बयान में कुछ असंगतियां हैं, जिस कारण अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि युवक वास्तव में गंगा में डूबा है या किसी अन्य कारण से लापता हुआ है। पुलिस ने बताया कि अभी तक परिजनों की ओर से कोई औपचारिक लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है, हालांकि मौखिक रूप से सूचना दी गई है।
एसडीआरएफ का रेस्क्यू अभियान
एसडीआरएफ टीम ने पूरे क्षेत्र में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया। गोताखोरों ने गंगा के उस हिस्से में गहराई तक जाकर तलाश की, जहां युवक को आखिरी बार देखा गया था। जल स्तर और धारा की तीव्रता के कारण तलाशी अभियान में मुश्किलें आ रही थीं। शाम होते-होते सर्च ऑपरेशन को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा, लेकिन टीम ने रविवार सुबह फिर से तलाशी अभियान शुरू करने की योजना बनाई है।
छठ पर्व पर सुरक्षा के इंतजाम
छठ पर्व के दौरान गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा और निगरानी के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की कई टीमें तैनात की गई हैं। कंगन घाट, समाहरणालय घाट, दीघा घाट और अन्य प्रमुख स्थलों पर भी प्रशासन ने चेतावनी बोर्ड लगाए हैं और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे गहरे पानी में न उतरें। इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर तब जब हर साल छठ के मौके पर डूबने की घटनाएं सामने आती हैं।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि घटना के वक्त घाट पर पर्याप्त सुरक्षा कर्मी मौजूद थे या नहीं। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि लापरवाही या नियमों की अनदेखी तो नहीं हुई। चौक थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनों और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। यदि आवश्यक हुआ तो आसपास के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि युवक के साथ वास्तव में क्या हुआ। कंगन घाट की यह घटना छठ जैसे पवित्र पर्व के बीच एक दर्दनाक प्रसंग बन गई है। श्रद्धा और भक्ति के माहौल में इस तरह की दुर्घटनाएं न केवल परिवार को बल्कि पूरे समाज को झकझोर देती हैं। प्रशासन के लिए यह एक चेतावनी है कि धार्मिक अवसरों पर सुरक्षा उपायों को और सख्ती से लागू किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। वहीं परिवार अभी भी अपने बेटे की सकुशल वापसी की उम्मीद लगाए हुए है, जबकि एसडीआरएफ टीम लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई है।

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