बिहार के एनडीए कार्यकर्ताओं से आज वर्चुअल संवाद करेंगे पीएम मोदी, कल होगी दो चुनावी रैलियां
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक सरगर्मी भी चरम पर पहुंच चुकी है। भारतीय जनता पार्टी और एनडीए गठबंधन इस बार फिर से सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत झोंक चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं चुनावी रणनीति और अभियान की कमान अपने हाथों में लिए हुए हैं। इसी कड़ी में वे आज शाम बिहार के एनडीए कार्यकर्ताओं से वर्चुअल संवाद करेंगे। यह संवाद भाजपा के प्रसिद्ध कार्यक्रम ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ के तहत होगा।
वर्चुअल संवाद से कार्यकर्ताओं में जोश भरने की तैयारी
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए यह जानकारी दी कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत सुनिश्चित करने के लिए कार्यकर्ता पूरे उत्साह और समर्पण के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन की सबसे बड़ी ताकत उसके कार्यकर्ता हैं, जो जनसंपर्क से लेकर बूथ स्तर तक सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। पीएम मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा कि वे आज शाम 6 बजे एनडीए के कार्यकर्ताओं से जुड़ने को लेकर अत्यंत उत्सुक हैं। उनका कहना है कि पार्टी की सफलता का आधार संगठन की मजबूती और कार्यकर्ताओं का अथक परिश्रम है। इससे पहले 15 अक्टूबर को भी प्रधानमंत्री ने बिहार के कार्यकर्ताओं से इसी विषय पर संवाद किया था, जिससे संगठन में नई ऊर्जा का संचार हुआ था।
बिहार चुनाव में एनडीए का लक्ष्य: पूर्ण बहुमत की सरकार
भाजपा और एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में स्पष्ट रूप से यह लक्ष्य तय किया है कि वे बिहार में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे। इसके लिए संगठन ने बूथ स्तर पर तैयारी तेज कर दी है। प्रधानमंत्री मोदी का आज का वर्चुअल संवाद इसी रणनीति को और मजबूत करने के उद्देश्य से है। एनडीए के नेताओं का कहना है कि इस बार गठबंधन ‘विकास, सुशासन और स्थिरता’ के मुद्दे पर जनता के बीच जाएगा। भाजपा की कोशिश है कि पिछले वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा बिहार के लिए किए गए विकास कार्यों को जनता तक प्रभावी तरीके से पहुंचाया जाए।
पीएम मोदी का बिहार से गहरा संबंध
प्रधानमंत्री मोदी का बिहार से जुड़ाव हमेशा से गहरा रहा है। वे अब तक 55 बार से अधिक बार बिहार का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने कई बार बिहार के युवाओं, किसानों और महिला समूहों से सीधा संवाद किया है। केंद्र सरकार ने बजट में बिहार के लिए विशेष प्रावधान रखे हैं और कई विकास परियोजनाओं की घोषणा की है, जिनमें सड़कों, रेल, शिक्षा और उद्योगों से संबंधित बड़ी योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं को भाजपा अपनी चुनावी रणनीति में प्रमुख मुद्दे के रूप में सामने रख रही है। पार्टी का मानना है कि केंद्र सरकार द्वारा दी गई सौगातें बिहार के विकास का आधार बनेंगी और मतदाताओं के बीच एनडीए के पक्ष में माहौल तैयार करेंगी।
कल से शुरू होगा प्रधानमंत्री का तूफानी दौरा
प्रधानमंत्री मोदी 24 अक्टूबर से बिहार में दो चुनावी रैलियों के साथ अपने चुनावी दौरे की शुरुआत करेंगे। उनका पहला कार्यक्रम समस्तीपुर जिले में होगा, जो समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की जन्मभूमि है। इसे भाजपा ‘मिशन बिहार’ की शुरुआत के रूप में देख रही है। समस्तीपुर की इस सभा के बाद प्रधानमंत्री बेगूसराय में भी एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। बेगूसराय को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है और पार्टी यहां से बड़ा संदेश देने की तैयारी में है। दोनों रैलियों को लेकर स्थानीय प्रशासन और पार्टी संगठन ने व्यापक तैयारी की है। मंच, सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं।
अमित शाह भी होंगे बिहार दौरे पर
प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ गृह मंत्री अमित शाह भी बिहार चुनावी अभियान में सक्रिय हो गए हैं। वे भी कल यानी 24 अक्टूबर को बिहार पहुंचेंगे और कई बैठकों में भाग लेंगे। अमित शाह ने हाल ही में कहा था कि एनडीए इस बार 20 सालों का रिकॉर्ड तोड़कर भारी बहुमत से सरकार बनाएगा। भाजपा के संगठनात्मक दृष्टिकोण से अमित शाह का बिहार दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि वे पार्टी के रणनीतिकार माने जाते हैं। उनके आने से एनडीए का चुनावी कैंपेन और अधिक गति पकड़ने की संभावना है।
संगठन और कार्यकर्ताओं पर मोदी का भरोसा
प्रधानमंत्री मोदी का बार-बार वर्चुअल संवाद और कार्यकर्ताओं से जुड़ाव यह दर्शाता है कि वे संगठन की शक्ति को सर्वोपरि मानते हैं। भाजपा में यह परंपरा रही है कि चुनाव केवल नेताओं के भाषणों से नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं की निष्ठा और मेहनत से जीते जाते हैं।‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम का उद्देश्य यही है कि हर कार्यकर्ता अपने बूथ को चुनावी दृष्टि से सशक्त बनाए। इससे पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती मिलेगी और मतदाताओं तक सीधा संवाद संभव होगा।
एनडीए का पूरा फोकस बिहार पर
बिहार चुनाव 2025 को लेकर भाजपा और एनडीए पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी का वर्चुअल संवाद इस चुनावी अभियान को नई दिशा देने का काम करेगा। इसके साथ ही 24 अक्टूबर से शुरू होने वाली उनकी रैलियां बिहार की सियासी सरगर्मी को और तेज करेंगी। एनडीए नेतृत्व का स्पष्ट लक्ष्य है—बिहार में स्थिर, विकासोन्मुख और बहुमत की सरकार बनाना। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और संगठन की मजबूती के साथ, भाजपा को विश्वास है कि वे जनता के विश्वास को एक बार फिर जीतने में सफल होंगे।


