तेज रफ्तार तेल टैंकर ने स्कूल बस में मारी जोरदार टक्कर, आधा दर्जन बच्चे घायल, चालक फरार
- गौरीचक थाना क्षेत्र के जनकपुर मोड़ के पास हादसा, घायलों का चल रहा इलाज
फुलवारीशरीफ। राजधानी पटना में गुरुवार की सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब पटना-गया मुख्य मार्ग पर एक तेज रफ्तार तेल टैंकर ने स्कूल बस में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। यह दर्दनाक हादसा गौरीचक थाना क्षेत्र के जनकपुर मोड़ के पास हुआ। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का पिछला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। बस में सवार करीब आधा दर्जन स्कूली बच्चे घायल हो गए। हालांकि बस चालक की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया, वरना जनहानि की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता था।
सुबह-सुबह बच्चों से भरी बस में मचा हड़कंप
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा सुबह करीब 8:30 बजे हुआ, जब स्कूल बस बच्चों को लेकर पटना की ओर जा रही थी। उसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार में आ रहा एक तेल टैंकर अनियंत्रित होकर बस में जोरदार टक्कर मार दिया। टक्कर लगते ही बस में अफरा-तफरी मच गई, बच्चे चीखने लगे और कई सीटों से गिर पड़े। स्थानीय लोगों ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का पिछला हिस्सा पूरी तरह मुड़ गया और कांच के टुकड़े चारों ओर बिखर गए। राहगीरों और आस-पास के दुकानदारों ने तुरंत बस के अंदर फंसे बच्चों को बाहर निकाला और पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
चालक की समझदारी से बची कई जानें
बस चालक रमेश यादव ने बताया कि हादसे के वक्त बस में 20 से अधिक बच्चे सवार थे। उन्होंने बताया, “आगे से एक बाइक सवार ने अचानक इमरजेंसी ब्रेक लगा दी, जिससे मुझे भी बस रोकनी पड़ी। तभी पीछे से आ रहे तेल टैंकर ने तेज रफ्तार में बस में टक्कर मार दी।” उन्होंने कहा कि टक्कर के तुरंत बाद उन्होंने बस को सड़क किनारे मोड़ दिया, जिससे बस पलटने से बच गई। अगर बस मुख्य सड़क पर ही रहती, तो बड़ा हादसा हो सकता था और जान-माल का नुकसान कहीं ज्यादा होता।
घायल बच्चों की हालत स्थिर
हादसे में घायल बच्चों को स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि छह बच्चे घायल हुए हैं, जिनमें तीन की स्थिति थोड़ी गंभीर है। बच्चों के चेहरे और पैरों में गहरी चोटें आई हैं। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि सभी बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) रेफर किया गया है। परिजनों को सूचना देकर अस्पताल बुलाया गया। अस्पताल परिसर में परिजनों का रोना-बिलखना माहौल दर्दनाक बना हुआ था।
हादसे के बाद टैंकर चालक फरार
घटना की सूचना मिलते ही गौरीचक थाना पुलिस और 112 की आपातकालीन टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। पुलिस ने मौके से टैंकर के कुछ हिस्सों और कांच के टुकड़ों को जब्त किया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद टैंकर चालक मौके से गाड़ी लेकर फरार हो गया। पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में नाकेबंदी कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी चालक की पहचान नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस ने बताया कि टैंकर का नंबर ट्रेस कर लिया गया है, जिसके आधार पर चालक तक जल्द पहुंचा जाएगा।
हादसे के बाद घंटों बाधित रहा यातायात
तेल टैंकर और बस की टक्कर के कारण पटना-गया रोड पर लंबा जाम लग गया। कई किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लग गईं। करीब एक घंटे बाद क्रेन की मदद से सड़क से बस को हटाया गया, तब जाकर यातायात सामान्य हो सका। इस दौरान पुलिस ने मौके पर मौजूद भीड़ को नियंत्रित किया और वाहनों को एक-एक कर निकालने की व्यवस्था की।
स्थानीय लोगों ने की प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
जनकपुर मोड़ और आसपास के लोगों ने बताया कि इस मार्ग पर तेज रफ्तार वाहनों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। स्थानीय दुकानदार राकेश कुमार ने कहा, “हर दूसरे दिन कोई न कोई हादसा हो जाता है। सड़क पर न तो स्पीड ब्रेकर हैं और न ही ट्रैफिक पुलिस की तैनाती।” लोगों ने मांग की है कि इस क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं, ट्रैफिक पुलिस की नियमित ड्यूटी लगाई जाए और भारी वाहनों की गति पर नियंत्रण किया जाए। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुबह-शाम स्कूल बसों के रूट पर निगरानी बढ़ाई जानी चाहिए।
पुलिस ने शुरू की जांच
गौरीचक थानाध्यक्ष ने बताया कि घटनास्थल से सबूत जुटाए जा रहे हैं और सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपी टैंकर चालक की पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा, “प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि हादसा तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाने की वजह से हुआ है। दोषी चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि पुलिस पटना-गया रोड पर लगातार गश्त बढ़ाने की योजना बना रही है ताकि इस तरह की घटनाओं को दोहराया न जा सके।
परिजनों में दहशत, स्कूल प्रबंधन पर उठे सवाल
घटना के बाद घायल बच्चों के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बसों में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जाता और बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई स्थायी उपाय नहीं हैं। अभिभावकों ने मांग की है कि स्कूल बसों में सीट बेल्ट, फर्स्ट-एड किट और जीपीएस ट्रैकर की अनिवार्य व्यवस्था की जाए ताकि आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई हो सके।
प्रशासन ने दिया आश्वासन
घटना की जानकारी मिलने पर पटना जिला प्रशासन ने भी संज्ञान लिया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि घायल बच्चों के इलाज का पूरा खर्च स्कूल प्रबंधन वहन करेगा, और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। गौरीचक थाना क्षेत्र में हुए इस हादसे ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि तेज रफ्तार और लापरवाही से ड्राइविंग करने वाले वाहनों पर नियंत्रण कब लगेगा।


