प्रदेश के 20 जिलों में बारिश का अलर्ट, पटना में रहेगी गर्मी, दुर्गापूजा में वर्षा डालेगी खलल
पटना। बिहार में मौसम की करवट एक बार फिर लोगों के लिए चिंता और उम्मीदें दोनों लेकर आई है। मौसम विभाग ने राज्य के 20 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, जबकि राजधानी पटना में उमस और गर्मी से लोग बेहाल रहेंगे। नवरात्रि के पहले दिन से ही बारिश और बदलाव का यह दौर लोगों की धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों को प्रभावित कर सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि मौसम विभाग ने किस तरह की चेतावनी दी है और आने वाले दिनों का मौसम कैसा रहने वाला है।
20 जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम वैज्ञानिकों ने जानकारी दी है कि राज्य के लगभग 20 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इन जिलों में तेज हवाएं भी चल सकती हैं। हालांकि पिछले 24 घंटों में किसी भी जिले में बारिश दर्ज नहीं की गई है। इस समय मौसम का रुख शुष्क है।
पटना का हाल
राजधानी पटना में पिछले दिनभर धूप खिली रही और इसके कारण गर्मी और उमस ने लोगों को परेशान कर दिया। अनुमान है कि पटना का मौसम अभी कुछ दिनों तक अधिकतर शुष्क रहेगा। आसमान में आंशिक बादलों का आना-जाना जरूर रहेगा, लेकिन बारिश की संभावना कम है। इस कारण तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
नवरात्रि पर असर
नवरात्रि का पहला दिन होने के बावजूद मौसम ने लोगों की आस्था और तैयारियों में कहीं न कहीं खलल डालने की संभावना दिखा दी है। अगले 2 से 3 दिनों तक बारिश की गतिविधियां कम रहेंगी और राज्य के अधिकांश जिलों में शुष्क मौसम बना रहेगा। खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर, बांका और जमुई जैसे क्षेत्रों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है, जबकि अन्य हिस्सों में बारिश की संभावना नगण्य है।
तापमान और धूप का प्रभाव
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। सुबह के समय हल्की धुंध दिखाई दे सकती है, लेकिन दिन चढ़ते-चढ़ते धूप और उमस की स्थिति बनी रहेगी। धूप खिलने के कारण लोगों को अधिक देर तक बाहर रहने में परेशानी होगी।
चक्रवात का असर
मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी दी है कि उत्तरी अंडमान सागर और म्यांमार तट पर विकसित हो रहा चक्रवात आगामी 22 सितंबर तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकता है। इसका सीधा असर बिहार पर पड़ने की संभावना है। जैसे ही यह चक्रवात सक्रिय होगा, राज्य में बारिश का नया दौर शुरू होगा।
नया निम्न दबाव क्षेत्र
आईएमडी के अनुसार, 25 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में म्यांमार-बांग्लादेश तटों के पास एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने के संकेत हैं। यदि यह दबाव क्षेत्र ताकतवर होता है, तो दुर्गा पूजा के दौरान बिहार में भारी बारिश की पूरी संभावना रहेगी। पूजा की तैयारियों पर इसका सीधा असर पड़ सकता है और लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
पटना का आगामी मौसम
पटना में सोमवार का मौसम अपेक्षाकृत सुहावना रहने की उम्मीद है। यहां हल्की बारिश की संभावना है और आसमान में बादल छाए रहेंगे। हवा की गति सामान्य रहेगी, जिससे लोगों को तेज गर्मी का सामना तो नहीं करना पड़ेगा, लेकिन उमस बनी रहेगी।
वायु चक्रवात और टर्फ लाइन
मौसम विभाग का विश्लेषण है कि उत्तर प्रदेश और उससे सटे बिहार के ऊपर एक वायु चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है। इस वजह से उत्तर-दक्षिण दिशा में टर्फ लाइन बनी हुई है, जो मौसम में बदलाव का कारण है। इसी वजह से पटना और बिहार के उत्तरी व पश्चिमी इलाकों में बारिश की संभावना बनी रहेगी। हालांकि निकट भविष्य में भारी वर्षा की संभावना कम ही है।
लोगों की परेशानियां
इस समय बिहार की जनता दोहरी स्थिति का सामना कर रही है। एक तरफ है देर तक बनी रहने वाली उमस और गर्मी, और दूसरी ओर है चक्रवात और निम्न दबाव क्षेत्र से उत्पन्न संभावित वर्षा का खतरा। नवरात्रि के दौरान लोग पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों की तैयारी में लगे हुए हैं। ऐसे में बारिश उनके कार्यक्रमों को प्रभावित कर सकती है।
नवरात्रि और दुर्गा पूजा पर प्रभाव
नवरात्रि का त्योहार, जो आमतौर पर उत्साह और श्रद्धा से भरपूर होता है, इस बार मौसम की चालबाजियों से प्रभावित होने की आशंका दिखा रहा है। अगर बंगाल की खाड़ी में बनने वाला नया दबाव क्षेत्र तेज हुआ, तो दुर्गा पूजा के दिनों में भारी बारिश हो सकती है। ऐसे में न केवल धार्मिक आयोजन बल्कि यात्रा और बाजार की गतिविधियां भी बाधित होंगी। बिहार का मौजूदा मौसम फिलहाल गर्म और शुष्क है, लेकिन अगले हफ्ते से राज्य के कई हिस्सों में बारिश की संभावना बढ़ जाएगी। चक्रवात और निम्न दबाव क्षेत्र की सक्रियता के चलते नवरात्रि और दुर्गा पूजा जैसे पर्व प्रभावित हो सकते हैं। लोगों को फिलहाल गर्मी और उमस से जूझना पड़ेगा, लेकिन इसके बाद बारिश से मिलेगी कुछ राहत, हालांकि वह राहत असुविधा में भी बदल सकती है। मौसम विभाग की अपील है कि लोग सतर्क रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें, ताकि आने वाले दिनों में संभावित बारिश से सुरक्षित रहा जा सके।


