October 29, 2025

पटना में मुख्यमंत्री ने महिलाओं को दी बड़ी सौगात, 80 पिंक बसों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को बड़ी सौगात दी है। सोमवार को पटना में सीएम नीतीश ने पिंक बस सेवा के दूसरे चरण में 80 नई बसों को एक अणे मार्ग से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये बसें सिर्फ महिलाओं के लिए हैं। इसके साथ ही सीएम नीतीश ने बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसटीसी) की सभी 1065 बसों में ई-टिकटिंग सुविधा का शुभारंभ किया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, परिवहन मंत्री शीला कुमारी सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले मई 2025 में पिंक बस सेवा का पहला चरण शुरू किया गया था। उस समय मुख्यमंत्री ने 20 सीएनजी पिंक बसों की शुरुआत की थी, जिनमें से आठ बसें वर्तमान में पटना शहर में संचालित हो रही हैं। अब दूसरे चरण में पिंक बसों की संख्या बढ़कर 100 हो जाएगी, जिससे महिला यात्रियों को और अधिक सुविधा और सुरक्षा मिलेगी। पिंक बसें फिलहाल पटना के पांच प्रमुख रूटों पर चलाई जा रही हैं। इनमें गांधी मैदान से दानापुर स्टेशन, गांधी मैदान से एम्स, नेहरू पथ, एम्स रोड और सगुना मोड़ मार्ग शामिल हैं। ये बसें मगध महिला कॉलेज, पटना वीमेंस कॉलेज, जेडी वीमेंस कॉलेज, आईजीआईएमएस और अशोक राजपथ जैसे महत्वपूर्ण शिक्षा संस्थानों और व्यस्त स्थानों को कवर करती हैं। बसों का संचालन सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक दो पाली में किया जाता है, जिनमें चार फेरे निर्धारित किए गए हैं। इससे खासकर छात्राओं और कामकाजी महिलाओं को शहर में सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन की सुविधा मिलती है। पिंक बसें पूरी तरह से महिलाओं के लिए समर्पित हैं। इनमें आधुनिक और सुरक्षित यात्रा के लिए कई विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इन सुविधाओं के कारण पिंक बसें न केवल सुरक्षित, बल्कि महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई एक अनूठी पहल साबित हो रही हैं। महिलाओं के लिए बस किराया काफी किफायती रखा गया है। न्यूनतम किराया 6 रुपए और अधिकतम 25 रुपए तक है। इसके साथ ही, मासिक पास की भी व्यवस्था की गई है। छात्राएं 400 रुपए में मंथली पास ले सकती हैं, जबकि कामकाजी महिलाएं 550 रुपए में पास बनवा सकती हैं। इससे नियमित रूप से बस का उपयोग करने वाली महिलाओं को काफी सुविधा होगी। सरकार की योजना के अनुसार इन बसों का संचालन महिला ड्राइवर और कंडक्टर द्वारा किया जाना है। हालांकि, अभी तक पर्याप्त महिला ड्राइवर उपलब्ध नहीं हो सकी हैं। इसलिए फिलहाल पुरुष ड्राइवर ही बस चला रहे हैं, लेकिन कंडक्टर के रूप में महिलाएं ही तैनात की जा रही हैं। सरकार ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही महिला ड्राइवरों की नियुक्ति की जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बीएसटीसी की सभी 1065 बसों में ई-टिकटिंग सुविधा की शुरुआत भी की। इससे यात्रियों को डिजिटल पेमेंट और आसान टिकटिंग की सुविधा मिलेगी। यात्री प्रीपेड कार्ड, मासिक पास और स्टूडेंट पास का उपयोग कर सकेंगे। इसके अलावा ‘Chalo’ मोबाइल ऐप के माध्यम से बसों की रियल-टाइम लोकेशन देखी जा सकेगी। कंडक्टर इसी ऐप के जरिए टिकट और मंथली पास जारी करेंगे। सभी बसों में सीएनजी का उपयोग किया जा रहा है, जिससे पर्यावरण प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही, प्रत्येक बस में स्पीड गवर्नर भी लगाए गए हैं, ताकि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। पिंक बस सेवा और ई-टिकटिंग की यह पहल महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की शिक्षा और रोजगार के साथ-साथ उनकी सुरक्षित आवाजाही पर भी विशेष ध्यान दे रही है। आने वाले समय में पिंक बस सेवा का दायरा और बढ़ाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक महिला यात्रियों को इसका लाभ मिल सके। पटना में यह नई पहल न केवल सार्वजनिक परिवहन को आधुनिक और सुरक्षित बना रही है, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर और निडर होकर यात्रा करने का अवसर भी प्रदान कर रही है। यह पहल बिहार में महिलाओं की गरिमा और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है।

You may have missed