सावन के पहले दिन पटना के मंदिरों में लगी शिव भक्तों की भीड़, प्रशासन के पुख्ता इंतजाम

पटना। 11 जुलाई से सावन का पवित्र महीना प्रारंभ हो गया, और इसके पहले ही दिन राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में शिवभक्ति का माहौल छा गया। विशेष रूप से पटना के प्रमुख शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखने को मिलीं। श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना में लीन रहे। बोरिंग रोड, अगमकुआं, कदमकुआं और अन्य प्रमुख शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी।
शिव मंदिरों में पूजन और अभिषेक की धूम
सावन माह को भगवान शिव की उपासना के लिए सबसे शुभ माना जाता है। इस महीने में विशेष रूप से प्रत्येक सोमवार का धार्मिक महत्व होता है, जिसे ‘सावन सोमवारी’ कहा जाता है। शुक्रवार को सावन के पहले दिन श्रद्धालुओं ने दूध, जल, बेलपत्र, धतूरा और भस्म से शिवलिंग का अभिषेक किया और भगवान से अपने कष्टों के निवारण की कामना की। यह मान्यता है कि इस महीने में की गई सच्चे मन से की गई पूजा सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती है।
प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने पहले से ही व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की योजना तैयार कर रखी थी। पटना के सभी बड़े मंदिरों के आसपास पुलिस बल की तैनाती की गई थी। महिला सुरक्षा के लिए महिला पुलिस कर्मियों की भी नियुक्ति की गई। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही थी और कई जगहों पर ड्रोन की मदद से भी भीड़ पर नजर रखी गई।
यातायात और जनसुविधा पर विशेष ध्यान
सावन में मंदिरों तक बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की आवाजाही को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने विशेष रूट प्लान तैयार किया था। कई रास्तों को वन-वे किया गया ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। मंदिर परिसरों में पेयजल, छांव, प्राथमिक चिकित्सा और मोबाइल शौचालय जैसी सुविधाओं की भी व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा मंदिर समिति और स्थानीय प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को पूजा सामग्री और प्रसाद की बिक्री के लिए भी समुचित व्यवस्था की गई थी।
आस्था और भक्ति का प्रतीक सावन
सावन महीना सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दौरान कांवर यात्रा, शिव बारात, भजन-कीर्तन जैसे आयोजन पूरे माह चलने वाले हैं। पटना सहित पूरे राज्य में शिव मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है और विशेष झांकियों की भी तैयारी की जा रही है। इस बार प्रशासन ने साफ-सफाई और स्वच्छता पर भी विशेष जोर दिया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
महिलाओं और युवाओं की भागीदारी
सावन में महिला श्रद्धालुओं की भागीदारी विशेष रूप से देखी जाती है। व्रत-उपवास, पूजा और भजन के साथ महिलाएं पूरे माह शिव की आराधना करती हैं। युवाओं और स्कूली बच्चों में भी उत्साह देखने को मिला जो पारंपरिक परिधानों में मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिरों के पास स्थानीय कलाकारों द्वारा शिव महिमा पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गईं। सावन के पहले दिन पटना में शिवभक्ति और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। श्रद्धालुओं की भीड़ और प्रशासन की तैयारियों ने यह सुनिश्चित किया कि त्योहार शांतिपूर्ण और भक्ति पूर्ण तरीके से मनाया जाए। आने वाले दिनों में सावन के प्रत्येक सोमवार को शिव मंदिरों में और अधिक भीड़ जुटने की संभावना है।

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