पटना से दो साइबर ठग गिरफ्तार, दिल्ली में की थी 5.37 करोड़ की ठगी, साइबर सेल ने दबोचा

पटना। देशभर में बढ़ते साइबर अपराधों के बीच एक बार फिर पटना से बड़ी कार्रवाई हुई है। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने राजधानी पटना से दो ऐसे युवकों को गिरफ्तार किया है, जो करोड़ों रुपये की साइबर ठगी में शामिल पाए गए हैं। यह मामला दिल्ली के साउथ वेस्ट जिले से जुड़ा है, जहां एक निजी बैंक के खाते से बड़ी धनराशि की संदिग्ध ट्रांजेक्शन की जानकारी सामने आई थी।
दिल्ली पुलिस की टीम ने पटना में मारा छापा
यह मामला 6 जून 2025 को दिल्ली के साउथ वेस्ट साइबर थाने में दर्ज किया गया था। प्रारंभिक जांच में जैसे ही मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की गई, पुलिस को संकेत मिले कि आरोपी बिहार के पटना जिले में छिपे हुए हैं। इसके बाद दिल्ली साइबर सेल की एक छह सदस्यीय टीम ने सब-इंस्पेक्टर प्रियंका के नेतृत्व में पटना के दो इलाकों में दबिश दी।
नौबतपुर और बिहटा से हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने इस छापेमारी के दौरान नौबतपुर के गोरेला गांव से 25 वर्षीय शुभम कुमार और बिहटा के शिव शक्ति नगर से 33 वर्षीय धीरज कुमार को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच के जरिए ठगी के पूरे नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है।
व्हाट्सएप चैट और मोबाइल लोकेशन ने खोला राज
जांच में पुलिस को आरोपियों के मोबाइल फोन की लोकेशन घटना के समय नौबतपुर और बिहटा क्षेत्र में मिली थी। इसके अलावा, पुलिस ने दोनों के व्हाट्सएप चैट की भी जांच की, जिनसे ठगी के पैटर्न और अन्य सहयोगियों की संभावित जानकारी हासिल हुई। पुलिस का मानना है कि ये आरोपी एक संगठित साइबर नेटवर्क का हिस्सा हैं, जो देशभर के बैंक उपभोक्ताओं को निशाना बनाता है।
निजी बैंक के खाते से करोड़ों की निकासी
मामले की तह में जाने पर पुलिस को यह भी पता चला कि एक निजी बैंक खाते से 5 करोड़ 37 लाख रुपये की गैरकानूनी तरीके से निकासी की गई थी। इस भारी रकम के ट्रांजेक्शन को देखकर ही बैंक ने शक जताया और पुलिस में मामला दर्ज कराया। पुलिस के अनुसार, यह ठगी अत्यंत योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दी गई थी, जिसमें फर्जी दस्तावेज, नकली लिंक और डिजिटल पेमेंट गेटवे का उपयोग किया गया।
दानापुर कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले गई टीम
गिरफ्तार आरोपियों को दानापुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दिल्ली पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर उन्हें दिल्ली रवाना कर दिया। दिल्ली पहुंचकर अब आगे की पूछताछ की जाएगी, जिसमें अन्य सहयोगियों की पहचान और पैसों के लेन-देन की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश की जाएगी।
पटना के आसपास सक्रिय है साइबर ठगों का नेटवर्क
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पटना और इसके आस-पास के इलाकों में साइबर ठगों का एक संगठित गिरोह सक्रिय है, जो बेरोजगार युवाओं को लालच देकर अपने नेटवर्क में शामिल करता है। ये गिरोह इंटरनेट, कॉलिंग, फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया के जरिए आम लोगों को ठगते हैं और फिर पैसों को विभिन्न खातों में घुमा कर ट्रैकिंग से बचने की कोशिश करते हैं।
आगे की जांच में कई खुलासों की उम्मीद
फिलहाल दिल्ली पुलिस की साइबर टीम इन दोनों आरोपियों से गहराई से पूछताछ कर रही है। यह आशंका जताई जा रही है कि इनके पीछे और भी बड़े मास्टरमाइंड हो सकते हैं, जो इस तरह की हाई-प्रोफाइल साइबर ठगी को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस को उम्मीद है कि मोबाइल डेटा और डिजिटल ट्रांजेक्शन की जांच से पूरे नेटवर्क की परतें खुलेंगी। यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि साइबर अपराध अब किसी सीमित क्षेत्र की समस्या नहीं रह गई है। देश के किसी भी कोने से बैठे-बैठे बड़ी रकम उड़ाई जा सकती है। ऐसे में आम नागरिकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है और किसी भी अनजान कॉल, लिंक या बैंकिंग गतिविधि को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए।

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