पटना से दिल्ली जा रही इंडिगो फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग, मचा हड़कंप, 169 यात्री थे सवार

पटना। पटना से दिल्ली जा रही इंडिगो एयरलाइंस की एक फ्लाइट को मंगलवार सुबह उस वक्त इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी, जब उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद विमान को बर्ड हिट हुआ। विमान संख्या और उड़ान का समय जैसे ही निर्धारित हवाई पट्टी से रवाना हुआ, कुछ ही देर में यात्रियों ने महसूस किया कि विमान असामान्य रूप से कांप रहा है। पायलट ने तुरंत स्थिति की गंभीरता को समझा और सतर्कता बरतते हुए पटना एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करवाई।
पायलट की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
विमान में कुल 169 यात्री सवार थे, जिन्हें सुरक्षित रूप से एयरपोर्ट पर उतार लिया गया। एयरपोर्ट प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने समय रहते स्थिति को संभाल लिया और यात्रियों को एयरपोर्ट परिसर में सुरक्षित रखा गया। विमान की जांच का कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया। हवाई अड्डा अधिकारियों ने कहा कि पायलट की सूझबूझ और प्रशिक्षण की बदौलत एक बड़ा हादसा टल गया।
बर्ड हिट बन रहा गंभीर समस्या
इस घटना के बाद एक बार फिर पटना एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन पर सवाल खड़े हो गए हैं। पटना एयरपोर्ट देश के उन चुनिंदा हवाई अड्डों में से एक है, जहां बर्ड हिट की घटनाएं अक्सर होती रही हैं। शहर के बीचोंबीच स्थित होने के कारण पक्षियों की गतिविधि यहां अधिक रहती है। यही वजह है कि बर्ड हिट की घटनाएं बार-बार दोहराई जा रही हैं, जिससे यात्रियों की जान को लगातार खतरा बना रहता है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब पटना एयरपोर्ट पर इस तरह की स्थिति उत्पन्न हुई है। इससे पहले 22 जनवरी 2025 को लखनऊ से आ रही एक इंडिगो फ्लाइट की तकनीकी खराबी के कारण पटना में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी। उस विमान में 114 यात्री सवार थे। वहीं 3 जनवरी 2025 को इंडिगो की फ्लाइट 6E 2074 को भी पटना में उतारना पड़ा था। उस उड़ान में 187 यात्री सवार थे, जिनमें बिहार सरकार के मंत्री संजय झा और जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू भी शामिल थे।
डीजीसीए ने शुरू की जांच
इस ताजा घटना के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच में यह पता लगाया जाएगा कि विमान में बर्ड हिट के बाद किन परिस्थितियों में पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग का फैसला लिया और विमान की तकनीकी स्थिति क्या थी। डीजीसीए की रिपोर्ट से यह भी स्पष्ट हो सकेगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है।
एयरलाइन की प्रतिक्रिया का इंतजार
फिलहाल इंडिगो एयरलाइंस की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों की व्यवस्था करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एयरपोर्ट प्रशासन की कोशिश है कि यात्रियों को ज्यादा देर तक इंतजार न करना पड़े और उनकी यात्रा सुरक्षित ढंग से पूरी कराई जा सके।
सतर्कता जरूरी, सुधार अनिवार्य
पटना एयरपोर्ट पर बार-बार हो रही ऐसी घटनाएं चिंता का विषय बन चुकी हैं। घनी आबादी और पक्षी बहुल इलाके में स्थित इस एयरपोर्ट पर विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि आधुनिक उपकरणों की मदद ली जाए और सख्त निगरानी व्यवस्था लागू की जाए। साथ ही एयरलाइंस को भी नियमित रूप से अपने विमानों की तकनीकी जांच करनी चाहिए, ताकि यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा सके।

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