दरभंगा एयरपोर्ट से मुंबई के लिए नई फ्लाइट सेवा शुरू, सस्ता लगेगा किराया, लोगों की यात्रा होगी आसान

दरभंगा। उत्तर बिहार और खासकर मिथिलांचल क्षेत्र के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। अब दरभंगा एयरपोर्ट से मुंबई के लिए एक और सीधी उड़ान सेवा की शुरुआत हो गई है। अकासा एयर ने 1 जुलाई से अपनी दैनिक सेवा प्रारंभ कर दी है, जिससे इस मार्ग पर यात्रियों को अधिक विकल्प और सस्ता किराया मिलेगा।
अकासा एयर की पहली उड़ान का हुआ स्वागत
अकासा एयर की पहली फ्लाइट मुंबई से सुबह 10:55 बजे रवाना हुई और लगभग ढाई घंटे की उड़ान के बाद दोपहर 1:34 बजे दरभंगा एयरपोर्ट पर उतरी। दरभंगा पहुंचने पर विमान का पारंपरिक तरीके से वाटर कैनन से स्वागत किया गया। यात्रियों को एयरपोर्ट पर केक, चॉकलेट और गुलाब फूल देकर विशेष स्वागत किया गया। यह आयोजन दरभंगा एयरपोर्ट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था, जिसे स्थानीय लोगों ने उत्साह से मनाया।
तकनीकी कारणों से बदला वापसी मार्ग
हालांकि पहले दिन वापसी की उड़ान को कुछ तकनीकी कारणों से सीधे मुंबई जाने की अनुमति नहीं मिली। ऐसे में विमान को सिलीगुड़ी (बागडोगरा) होकर मुंबई भेजा गया, जहां अतिरिक्त यात्रियों को भी बैठाया गया। दरभंगा से मुंबई के लिए यह उड़ान दोपहर 2:10 बजे रवाना हुई और शाम 4:45 बजे मुंबई पहुंची।
नई सेवा से बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा, घटेगा किराया
इस नई सेवा के आने से दरभंगा-मुंबई रूट पर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। पहले इस रूट पर केवल स्पाइसजेट और इंडिगो की उड़ानें चलती थीं। अब अकासा एयर की एंट्री से यात्रियों को टिकट की कीमतों में राहत मिल सकती है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में किराया करीब 5,000 रुपये तक सस्ता हो सकता है। साथ ही सीटों की उपलब्धता बढ़ने से कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना भी ज्यादा होगी।
सांसद ने की सेवा की शुरुआत
दरभंगा के सांसद और एयरपोर्ट सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ. गोपालजी ठाकुर ने पहली उड़ान के यात्री को टिकट और बोर्डिंग पास सौंपकर इस सेवा की औपचारिक शुरुआत की। उन्होंने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट लगातार विकास की दिशा में बढ़ रहा है और इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की प्रक्रिया भी तेज़ी से चल रही है।
विकास कार्य अंतिम चरण में
एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन, नाइट लैंडिंग सुविधा और सीआईएसएफ कैंप के लिए 100 एकड़ ज़मीन की व्यवस्था अंतिम चरण में है। इन सुविधाओं के शुरू होने से एयरपोर्ट की सेवाओं में और सुधार होगा और यह अधिक यात्रियों को आकर्षित करेगा। दरभंगा एयरपोर्ट अब उत्तर बिहार और मिथिलांचल क्षेत्र का प्रमुख हवाई केंद्र बन चुका है।
दरभंगा एयरपोर्ट की सफलता की कहानी
गौरतलब है कि दरभंगा एयरपोर्ट की शुरुआत 8 नवंबर 2020 को ‘उड़ान’ योजना के तहत हुई थी। आज यहां से दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता और बेंगलुरु के लिए सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं। मंगलवार को एयरपोर्ट से कुल 14 उड़ानों का संचालन हुआ, जिनमें अधिकांश निर्धारित समय पर या उससे पहले ही पहुंचीं।
नेपाल तक लाभ की उम्मीद
अकासा की नई सेवा से न केवल मिथिलांचल के लोग लाभान्वित होंगे, बल्कि नेपाल से आने वाले यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी। दरभंगा एयरपोर्ट की भौगोलिक स्थिति इसे सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए भी एक उपयुक्त हवाई केंद्र बनाती है। अकासा एयर की यह पहल दरभंगा और मुंबई के बीच हवाई यात्रा को और भी सुविधाजनक, सुलभ और किफायती बना रही है। आने वाले समय में यह सेवा क्षेत्रीय विकास, पर्यटन और व्यापार को भी गति दे सकती है। दरभंगा एयरपोर्ट का लगातार विस्तार इस बात का संकेत है कि उत्तर बिहार भी अब तेजी से हवाई नेटवर्क से जुड़ रहा है।

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