नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज में सीटीवीएस ओपीडी का शुभारंभ में पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री

- बिहार सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए निरंतर प्रयासरत: मंगल पाण्डेय
बिहटा, (मोनु कुमार मिश्रा)। नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनएसएमसीएच), अमहरा में कार्डियो थोरेसिक वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) ओपीडी और ऑपरेशन थिएटर की शुरुआत की गई।बिहार सरकार के स्वास्थ्य एवं कानून मंत्री मंगल पाण्डेय ने इसका विधिवत उद्घाटन किया।इस अवसर पर उन्होंने संस्थान के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि अब हृदय रोगियों को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। यह सुविधा बिहटा और आसपास के मरीजों के लिए वरदान साबित होगी। मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि बिहार सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि बीते 11 वर्षों में बिहार में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 9 से बढ़कर 46 हो गई है, जबकि 5 और कॉलेजों की स्वीकृति दी गई है।केंद्र सरकार की मदद से देशभर में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 370 से बढ़कर 770 हो गई है।उन्होंने यह भी बताया कि पटना में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बनने जा रहा है, जो स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत करेगा। इस मौके पर मंत्री ने अस्पताल के विभिन्न विभागों, रेडियोलॉजी, ओपीडी और आईपीडी का निरीक्षण किया और यहां की चिकित्सा सेवाओं की प्रशंसा की।उन्होंने परिसर में स्थित बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की समृद्धि की कामना की।
उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाएं होंगी उपलब्ध
संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण मुरारी ने बताया कि सीटीवीएस और कैथलैब की सुविधा से मरीजों को बेहतर और त्वरित इलाज मिलेगा। पहले हृदय रोगियों को बड़े शहरों में जाना पड़ता था, जिससे इलाज में देरी होती थी और कई बार सफर के दौरान हादसों का खतरा बढ़ जाता था। अब एक ही छत के नीचे सभी अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी। प्राचार्य प्रो. डॉ. अशोक शरण ने बताया कि कार्डियो थोरेसिक वैस्कुलर सर्जरी विभाग में ओपीडी शुरू हो गई है और यहां हार्ट सर्जरी की सुविधाएं मिलेंगी। विभाग में डॉ. पुलक, डॉ. आर.के. ठाकुर, डॉ. श्रवण कुमार और डॉ. के.के. सिंह सहित कुल चार अनुभवी डॉक्टर कार्यरत हैं। वहीं, आईसीयू में 50 समर्पित कर्मी सेवाएं दे रहे हैं और 130 कुशल तकनीशियनों की टीम चौबीसों घंटे मरीजों की देखभाल में जुटी है। इस अवसर पर संस्थान के 550 से अधिक अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट छात्र-छात्राएं, सैकड़ों चिकित्सक और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
