बिहार मतदाता पुनरीक्षण में कटेंगे 71.38 वोटर्स के नाम, डाटा जारी, 17 लाख से अधिक मतदाता नए पते पर देंगे वोट

पटना। बिहार में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग ने राज्यभर में मतदाता सूची का व्यापक पुनरीक्षण अभियान शुरू किया है। इस प्रक्रिया में लगभग 71 लाख 38 हजार 870 मतदाताओं के नाम हटने की संभावना जताई गई है। निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों से स्पष्ट हुआ है कि बड़ी संख्या में लोग या तो अपने पते पर नहीं मिल रहे हैं, या फिर उनकी मृत्यु हो चुकी है।
पते पर नहीं मिले 35 लाख से अधिक मतदाता
निर्वाचन आयोग के अनुसार, राज्य में करीब 35 लाख 69 हजार 435 मतदाता ऐसे पाए गए हैं जो अपने पते पर मौजूद नहीं हैं। इनकी जांच के लिए बीएलओ यानी बूथ लेवल ऑफिसर से रिपोर्ट ली जा रही है। इन मतदाताओं में से कई लोग स्थायी रूप से राज्य से बाहर चले गए हैं या फिर उन्होंने अपना पता बदल लिया है। आयोग का मानना है कि यदि इनकी वर्तमान स्थिति की पुष्टि नहीं होती है, तो इनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए जाएंगे।
मृत मतदाताओं के नाम हटेंगे
पुनरीक्षण के दौरान 12 लाख 55 हजार 620 मतदाताओं की मृत्यु की पुष्टि हुई है। आयोग ने कहा है कि आधार कार्ड लिंकिंग के माध्यम से इन मृत मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जाएंगे। इससे भविष्य में चुनाव के दौरान फर्जी मतदान को रोका जा सकेगा और मतदाता सूची को वास्तविकता के अनुरूप बनाए रखा जा सकेगा।
एक से अधिक स्थानों पर दर्ज नाम भी हटेंगे
इसके अलावा, लगभग 5 लाख 76 हजार 479 ऐसे मतदाता मिले हैं जिनके नाम एक से अधिक जगहों पर दर्ज हैं। आयोग ने इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए नामों की पहचान कर उन्हें सूची से हटाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इससे मतदाता सूची को अधिक पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाने में मदद मिलेगी।
पता बदलने वालों को मिलेगा नया मतदान केंद्र
राज्य में 17 लाख 37 हजार 336 मतदाताओं ने अपना निवास स्थान बदला है। ऐसे लोगों को उनके नए पते के अनुसार मतदान केंद्र आवंटित किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है, ताकि वे भी आगामी चुनावों में बिना किसी असुविधा के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
89 प्रतिशत मतदाताओं की जानकारी मिल चुकी है
निर्वाचन आयोग ने यह भी बताया है कि राज्य में कुल 7 करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें से 6 करोड़ 99 लाख 92 हजार 926 मतदाताओं ने अपने फॉर्म भर दिए हैं, जो कुल मतदाताओं का लगभग 89 प्रतिशत है। अब तक 6 करोड़ 47 लाख 24 हजार 300 मतदाताओं के फॉर्म अपलोड भी किए जा चुके हैं, जिसका मतलब है कि इनका सत्यापन हो चुका है और इनके नाम मतदाता सूची में अपडेट कर दिए गए हैं।
54 लाख से अधिक मतदाताओं का सत्यापन अभी शेष
हालांकि, अभी भी लगभग 54 लाख 7 हजार 483 मतदाताओं का सत्यापन बाकी है। आयोग ने इसके लिए अगले नौ दिनों की समयसीमा तय की है और नागरिकों से अपील की है कि जो लोग अब तक सत्यापन प्रक्रिया से नहीं गुज़रे हैं, वे शीघ्र अपने बीएलओ से संपर्क कर आवश्यक दस्तावेज़ प्रस्तुत करें।
पहली बार वोट डालने वालों को भी होगी सहूलियत
इस व्यापक पुनरीक्षण अभियान से न केवल मृत और प्रवास कर चुके मतदाताओं के नाम हटेंगे, बल्कि पहली बार वोट डालने वाले युवाओं के लिए भी पंजीकरण प्रक्रिया आसान हो जाएगी। निर्वाचन आयोग की यह पहल राज्य में पारदर्शी, अद्यतन और त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
