PATNA : 23 मार्च को विधानसभा घेराव को ऐतिहासिक बनाने में राजद कार्यकर्ता जुट जाए : जगदानंद सिंह
पटना। बिहार में बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, शिक्षा, स्वास्थ्य, संविदाकर्मी, शिक्षक अभ्यर्थियों की नियुक्ति और शराब तस्करी में फंसे भाजपाई मंत्री रामसूरत राय को बर्खास्त करने की मांग को लेकर आगामी 23 मार्च को पटना में युवा राजद द्वारा आयोजित बिहार विधानसभा घेराव को सफल बनाने की तैयारी के संबंध में राजद कार्यालय सभागार में युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष मो. कारी सोहैब की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक का संचालन युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता अरूण कुमार यादव ने की।
सदन में सत्ता पक्ष पागलपन की शिकार
इस मौके पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि झूठ और अफसरशाही के सहारे बनी फर्जी नीतीश सरकार के खिलाफ जनहित के सवालों पर सड़क पर उतर कर डॉ. लोहिया के संकल्प को पूरा करना है। जिन्दा कौमें पांच साल तक इंतजार नहीं करती है। फर्जी सरकार के खिलाफ आम अवाम के लिए हम सभी को संकल्पित होकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आह्वान पर सड़क पर उतरना होगा और यह बताना होगा कि विपक्ष में रहकर सरकार को आईना दिखाने का सफलतापूर्वक राजद काम कर रही है। सदन में सत्ता पक्ष पागलपन की शिकार है। पागलपन की शिकार सत्ता पक्ष को नियंत्रित करने के लिए सड़क पर उतरना होगा। श्री सिंह ने 23 मार्च को बिहार विधानसभा घेराव कार्यक्रम को ऐतिासिक बनाने के लिए राजद कार्यकर्ताओं को पूरी मजबूती के साथ जुट जाने का आह्वान किया।
नीतीश सरकार हर मोर्चे पर विफल
वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि नीतीश सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। नौजवानों और किसानों को सबसे ज्यादा ठगने का काम किया। बेरोजगारी के मूद्दे पर नीतीश सरकार मौन धारण किये हुए है। राज्य में अपराधियों का राज कायम है। इस निकम्मी सरकार के खिलाफ 23 मार्च को बिहार विधानसभा घेराव में युवाओं को अपनी ताकत का एहसास कराकर नीतीश सरकार को मुंहतोड़ जवाब देना है।
इन्होंने किया संबोधित
बैठक को संबोधित करने वालों में युवा राजद के अध्यक्ष मो. कारी सोहेब, विधायक अनुरूद्ध प्रसाद यादव, रणविजय साहू, रीतलाल यादव, डॉ. मंजू अग्रवाल, पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, पूर्व विधान पार्षद आजाद गांधी, पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव, महासचिव निराला यादव, अनिल कुमार साधू, प्रवक्ता सारिका पासवान, एजाज अहमद, भाई अरूण, ई. अशोक यादव सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।